प्रदूषण कम होने के साथ होगा जीवनशैली में बदलाव : मोदी

प्रदूषण कम होने के साथ होगा जीवनशैली में बदलाव : मोदी

 इंदौर। एशिया के सबसे बड़े बायो सीएनजी प्लांट का लोकार्पण शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वर्चुअली किया। इस अवसर पर पीएम मोदी ने कहा, आगामी दो वर्षों में देश के 75 शहरों में बायो सीएनजी प्लांट लगाए जाने पर कार्य होगा। इसमें इंदौर आदर्श बनेगा। उन्होंने इस प्रयास को प्रदूषण में कमी के साथ जीवनशैली में बदलाव करने वाला बताया। इस मौके पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी भोपाल से वर्चुअली जुड़े। प्रधानमंत्री ने कहा कि किसी भी चुनौती से निपटने के दो ही तरीके होते हैं, एक तत्कालीन समाधान और दूसरा स्थायी समाधान। सरकार सिर्फ स्थायी समाधान की योजनाओं पर काम कर रही है। इंदौर की सफलता के बाद अब फोकस देश के हर गली-मोहल्ले के कचरे के निपटान की दिशा में कार्य करना है। दो तीन वर्षों में देशभर के कचरे के ढेर और पहाड़ों को हटाकर उन्हें ग्रीन जोन में बदलना है। इससे शहरों में पर्यटन की संभावना भी बढ़ेगी। कार्यक्रम को केंद्रीय मंत्री हरदीप पुरी, सीएम शिवराज सिंह चौहान, ओपीएस भादौरिया, तुलसीराम सिलावट और सांसद शंकर लालवानी ने भी संबोधित किया।

इंदौर का वॉटर प्लस होना बड़ी उपलब्ध्

पीएम ने इंदौर के हाल में वॉटर प्लस होने को उपलब्धि बताते हुए कहा कि इससे देश के अन्य शहरों को प्रेरणा मिलेगी। उन्होंने कहा कि अब सरकार भी ज्यादा से ज्यादा शहरों को वॉटर प्लस शहर बनाने का लक्ष्य लेकर कार्य कर रही है।

देवी अहिल्या का किया जिक्र : प्रधानमंत्री ने देवी अहिल्या को याद करते हुए इंदौर के साथ वाराणसी का जिक्र कर कहा कि काशी विश्वनाथ धाम में भी देवी अहिल्या की प्रतिमा लगाई गई है, जो हर इंदौरवासी को गौरव प्रदान करती है। मोदी ने कहा कि आज देवी अहिल्या का सेवा भाव ध्यान आता है, उनकी प्रेरणा को इंदौरवासियों ने कभी खोने नहीं दिया।

इंदौरियों की तारीफ

पीएम ने शहर के लोगों की जमकर तारीफ की। उन्होंने कहा कि जितने अच्छे इंदौर के लोग हैं, उन्होंने उतना अच्छा इंदौर बनाया। इंदौरी नमकीन को याद करते हुए कहा कि इंदौर के लोग सिर्फ सेंव के शौकीन नहीं हैं, सेवा भी करते हैं।

सफाईकर्मियों को खूब सराहा :

प्रधानमंत्री ने शहर के सफाईकर्मियों की जमकर तारीफ की। उन्होंने कहा कि इंदौर के हर सफाईकर्मी का सेवा भाव सराहनीय है, जो दिन-रात और मौसम की परवाह किए बिना अपने कर्तव्य को निभा रहे हैं।

पशुपालकों और किसानों से खरीदेंगे गोबर : शिवराज

कार्यक्रम में मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि यह प्लांट इंदौर के आसपास के ग्राम से पशुपालकों और किसानों से गोबर और अन्य कचरे को क्रय कर धन बनाने वाला संयंत्र होगा। अनेक परिवारों को इस प्लांट से स्थायी रोजगार मिल रहा है। कचरे के साथ गोबर का उपयोग बैक्टीरिया डेवलप करने की प्रोसेसिंग में किया जाएगा। इंदौर में बाजार मूल्य से 5 रुपए प्रति किलो कम कीमत पर सिटी बसों के लिए सीएनजी की उपलब्धता होगी। प्लांट में शुरूआती दौर में 21 प्रतिशत और अगले तीन वर्ष में शत-प्रतिशत सौर ऊर्जा का उपयोग होगा। इंदौर शहर को कार्बन क्रेडिट का लाभ मिलेगा। साथ ही इस प्लांट से आगामी 20 वर्ष तक इंदौर नगर निगम को प्रति वर्ष 2 करोड़ 52 लाख प्रीमियम मिलता रहेगा।

प्लांट की लागत 150 करोड़ : इंदौर के ट्रेंचिंग ग्राउंड में बने एशिया के सबसे बड़े बायो सीएनजी प्लांट के निर्माण की लागत करीब 150 करोड़ आई है। इसमें प्रतिदिन 17-18 टन सीएनजी का उत्पादन होगा। यह सीएनजी प्रतिदिन 550 टन गीले कचरे के प्रसंस्करण से प्राप्त होगी। इससे हर साल करीब एक लाख तीस हजार टन कार्बन उत्सर्जन में भी कमी आएगी।