रीवा की तीन तहसीलों को मिलाकर मऊगंज बना मध्यप्रदेश का 53वां जिला

रीवा की तीन तहसीलों को मिलाकर मऊगंज बना मध्यप्रदेश का 53वां जिला

भोपाल। राजस्व विभाग ने रविवार को मध्य प्रदेश के 53वें जिले मऊगंज जिले के गठन के आदेश रविवार को जारी कर दिए। नया जिला मऊगंज, हनुमना और नईगढ़ी तहसील को मिलाकर बनाया गया है। इसके साथ ही सरकार ने कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक की नियुक्ति कर दी है। अजय श्रीवास्तव को कलेक्टर और वीरेंद्र जैन को एसपी बनाया गया है। एसडीएसम सहित अन्य अधिकारियों की नियुक्ति इसी सप्ताह होगी। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने 4 मार्च 2023 को मऊगंज में जन कल्याण कार्यक्रम में मऊगंज को जिला बनाने और 15 अगस्त को राष्ट्र ध्वज फहराने की घोषणा की थी। छह अप्रैल को नए जिले के गठन की प्रारंभिक अधिसूचना जारी कर दावे-आपत्ति बुलाए गए, जिनका निराकरण कर जिले का गठन कर दिया गया। नए जिले के लिए शुक्रवार को कैबिनेट ने कलेक्टर, अपर कलेक्टर, संयुक्त व डिप्टी कलेक्टर, लेखाधिकारी, अधीक्षक सहित 96 पद सृजित करने की सहमति दे दी थी। अब रीवा में हुजूर, हुजूरनगर, जवा, त्योंधर, रायपुर, कर्चुलियान, गुढ़, सिरमौर, सेमरिया और मनगंवा तहसीलें रहेंगी। वहीं, नागदा को जिला बनाने की प्रक्रिया भी जल्द ही पूरी की जाएगी। मुख्यमंत्री पिछले माह नागदा को जिला बनाने की घोषणा कर चुके हैं।

इनको होगा लाभ

मऊगंज तहसील मुख्यालय रीवा से करीब 70 किमी दूर है। जिला मुख्यालय बनने से स्थानीय लोगों को रोजगार मिलेगा और तीनों तहसीलों के लोगों को सहूलियत होगी।

राजनीतिक फायदे

इसका फायदा विस अध्यक्ष गिरीश गौतम को सबसे ज्यादा मिलेगा। जिला बनने के बाद यहां राजनीतिक ध्रुवीकरण हो जाएगा। पहले ये सीटें बसपा और कांग्रेस के पास होती थीं।

20 साल में ऐसे बढ़े मप्र में जिले, अब 53 हुई संख्या

♦ अनूपपुर, बुरहानपुर और अशोकनगर का गठन 2003 में किया गया। इसके बाद मप्र में 48 जिले हो गए थे।

♦ आलीराजपुर और सिंगरौली दो नए जिलों का गठन किया गया था। इसके बाद 50 जिले हो गए थे।

♦ शाजापुर से अलग कर आगर-मालवा का गठन 2013 में किया गया था।

♦ टीकमगढ़ से अलग कर निवाड़ी को 2018 में नया जिला बनाया गया था। इस तरह से मप्र में 52 जिले हो गए थे।

♦ मऊगंज जिले के गठन का आदेश 13 अगस्त को जारी किया गया। अब मप्र में 53 जिले हैं।