दुनिया की कोई ताकत हमें परास्त नहीं कर सकती : आचार्य विहर्ष सागरजी

दुनिया की कोई ताकत हमें परास्त नहीं कर सकती : आचार्य विहर्ष सागरजी

इंदौर। संत की हत्या जैन समाज का ही नहीं, अपितु संपूर्ण संस्कृति का सवाल है। संत प्रभु का स्वरूप है। भारतीय संस्कृति सभी परंपरा के संतों का सम्मान किया करती है। अपमान करना हम बर्दाश्त नहीं करेंगे। दुनिया की कोई ताकत हमको पराजित नहीं कर सकती।

यह बात आचार्य विहर्ष सागरजी ने समग्र जैन समाज की मौन आक्रोश रैली में कही। प्रारंभ में राष्ट्र संत कमलमुनि कमलेश ने कहा संत का कत्ल आध्यात्मिक संस्कृति का कत्ल है, अक्षम्य अपराध है। दुर्भाग्य है किसी भी राजनीतिक दल ने राष्ट्रीय स्तर पर इसकी निंदा नहीं की। इसकी सीबीआई जांच हो, जैन आयोग का गठन किया जाए। हमारी अहिंसा कायरता नहीं है, हम किसी को छेड़ते नहीं और छेड़ने वाले को छोड़ते नहीं। जुल्म करना हिंसा है तो जुल्म सहना भी हिंसा है। जुल्म का प्रतिकार करना अहिंसा है।

हिंसा बर्दाश्त नहीं- रैली में शामिल मातृशक्ति ‘हिंसा बर्दाश्त नहीं, अपराधियों पर कड़ी कार्रवाई हो’ लिखे बैनर लेकर चल रही थीं। वहीं कुछ तख्तियों में अपराधियों पर कड़ी कार्रवाई करने की मांग थी।

सहयोग अन्य समाज का- मुनि की हत्या के विरोध में निकली रैली के समर्थन में जैन समाज के साथ वैश्य समाज, विधायक मालिनी गौड़, शहर कांग्रेस अध्यक्ष सुरजीतसिंह चड्ढा, पार्षद राजीव जैन, दीपक जैन, स्वप्निल कोठारी, कांतिलाल बम, सतीश जैन, डॉ. जैनेंद्र जैन, राजेश जैन दद्दू, मुक्ता जैन, निर्मला जैन, प्रभा जैन, रेखा जैन, शकुंतला पावेचा, मंजू अजमेरा, ज्योति गोधा, उषा पाटनी, अनामिका बाकलीवाल, शीतल पहाड़िया, विहिप, बजरंग दल के प्रतिनिधि के साथ राजवाड़ा क्षेत्र के 13 से अधिक व्यापारिक संगठन के लोग मौन रैली में शामिल हुए।