वित्तीय वर्ष 2024 में 7.3 फीसदी की दर से बढ़ सकती है इंडियन इकोनॉमी
नई दिल्ली। भारत की इकोनॉमी 31 मार्च को खत्म होने वाले मौजूदा फाइनेंशियल ईयर में 7.3% की दर से बढ़ने की उम्मीद है। इस बात की जानकारी शुक्रवार को नेशनल स्टेटिस्टिक्स ऑफिस (एनएसओ) ने एडवांस एस्टीमेट रिपोर्ट जारी करते हुए दी। एनएसओ की ओर से जारी किया गया ग्रोथ का पहला एडवांस एस्टीमेट आरबीआई के हाल में जारी संशोधित अनुमान से भी अधिक है। आरबीआई ने पिछले महीने मौजूदा वित्त वर्ष के लिए जीडीपी ग्रोथ का अनुमान 6.5% से बढ़ाकर 7% कर दिया था।
इस डेटा का यूज बजट बनाने में होगा : चालू वित्त वर्ष के लिए नेशनल इनकम का यह एडवांस एस्टीमेट एक जरूरी आंकड़ा होता है। क्योंकि, इस डेटा का यूज केंद्र सरकार अगले फाइनेंशियल ईयर के लिए बजट तैयार करने में करती है। मिनिस्ट्री ऑफ स्टैटेस्टिक्स एंड प्रोग्राम इम्प्लीमेंटेशन (एमओएसपीआई) के अनुसार, एडवांस एस्टीमेट कंपाइल करने की एप्रोच बेंचमार्क इंडिकेटर मेथड पर आधारित है।
वित्त मंत्रालय को जीडीपी के 6.5% के पार रहने की उम्मीद : 29 दिसंबर को जारी की गई एनुअल इकोनॉमिक रिव्यू रिपोर्ट में वित्त मंत्रालय ने उम्मीद जताई थी कि जुलाई-सितंबर के ब्लॉकबस्टर आंकड़ों के बाद वित्त वर्ष 2023-24 में भारत की जीडीपी ग्रोथ रेट उसके 6.5% के पूर्वानुमान को आराम से पार कर जाएगी।
मंत्रालय के आर्थिक मामलों के विभाग के अधिकारियों ने कहा कि विकास और स्थिरता के दृष्टिकोण के लिए जोखिम मुख्य रूप से देश के बाहर से उत्पन्न होते हैं। फिर भी भारतीय अर्थव्यवस्था को 2023-24 में 6.5% से ऊपर की ग्रोथ रेट आराम से हासिल करने की उम्मीद है। वित्त वर्ष 2023-24 की दूसरी तिमाही में उम्मीद से बेहतर वृद्धि और पहली छमाही में सबसे तेजी से बढ़ती प्रमुख अर्थव्यवस्था के रूप में भारत के उभरने से विकास की संभावनाओं में सुधार हुआ है। वहीं विभिन्न घरेलू और अंतरराष्ट्रीय एजेंसियों को चालू वित्त वर्ष के लिए जीडीपी वृद्धि अनुमानों को एडवांस करने के लिए प्रेरित किया है।
संयुक्त राष्ट्र ने कहा, समकक्ष देशों के मुकाबले भारतीय अर्थव्यवस्था बेहतर
संयुक्त राष्ट्र ने इस साल भारत की ग्रोथ रेट 6.2% रहने का अनुमान लगाया है। वर्ल्ड इकोनॉमिक सिचुएशन एंड प्रॉस्पेक्ट्स 2024 (डब्ल्यूएसईपी) रिपोर्ट में संयुक्त राष्ट्र ने कहा कि मजबूत घरेलू मांग और मैन्युफैक्चरिंग व सर्विस सेक्टर में मजबूत ग्रोथ के कारण 2024 में भारत की ग्रोथ रेट 6.2% तक पहुंचने का अनुमान है, जो 2023 के 6.3% के अनुमान से थोड़ा कम है। वहीं, 2025 में भारत की जीडीपी ग्रोथ 6.6% रहने का अनुमान है।