आयुष्मान पर भारी कोरोना, तीन माह में सिर्फ 9 हजार परिवारों को मिला इलाज

आयुष्मान पर भारी कोरोना, तीन माह में सिर्फ 9 हजार परिवारों को मिला इलाज

भोपाल। कोरोना महामारी के कारण प्रदेश के गरीब परिवारों को आयुष्मान योजना में लाभ मिलना मुश्किल हो गया है। चौंकाने वाले आंकड़े सामने आए हैं कि अप्रैल, मई और जून माह में सिर्फ 9,600 मरीज ही अस्पताल पहुंचे हैं। जबकि प्रदेश में ई- कार्डधारी परिवारों की संख्या 1.44 करोड़ है। वहीं सबसे ज्यादा कार्डधारी वाला इंदौर जिला पिछले साल स्वास्थ्य बीमा में जबलपुर से काफी पीछे रहा। जबकि सबसे कम परिवार वाले दतिया जिले का परफारमेंस प्रदेशभर में अच्छा रहा। केन्द्र सरकार की आयुष्मान योजना प्रदेश के सभी 52 जिलों में लागू है। राज्य सरकार ने प्रदेश में इसका नाम ‘निरामयम’ दिया है। इसके लिए ''दीन दयाल स्वास्थ्य सुरक्षा परिषद’ का गठन 7 जुलाई 2018 को किया गया। योजना के अन्तर्गत एक परिवार को पांच लाख रुपए तक वार्षिक स्वास्थ्य बीमा का लाभ दिया जा रहा है। योजना का लाभ किसको: वर्ष 2011 के सामाजिक, आर्थिक और जातीय जनगणना केआधार पर गरीब और वंचित परिवारों को स्वास्थ्य बीमा दिए जाने का प्रावधान किया गया है। इसके अन्तर्गत प्रदेश में अबतक 3,89,100 परिवारों को फायदा मिला है।

तीन माह में इलाज की स्थिति

आंकड़े सामने आए हैं कि कोरोना के दौरान अप्रैल 2020 में सिर्फ 1821 मरीजों को भर्ती कराया गया। मई में संख्या रेंगती हुई 2949 और जून माह में 4,876 पर पहुंची। जबकि पिछले साल यानि वर्ष 2019 के आखरी तिमाही में यह संख्या 77,282 थी।

अस्पतालों में इलाज नहीं होने की मिल रहीं शिकायतें

कोरोना महामारी के कारण योजना अन्तर्गत प्रदेशभर में संबद्ध कुल 631 सरकारी और प्राइवेट अस्पतालों में मरीजों को इलाज मिलना मुश्किल हो गया है। सतना से जानकारी मिली है कि एक अधिकारी के यहां काम करने वाली महिला को अस्पताल जाने के बाद बैरंग लौटा दिया गया। डॉक्टरों ने कोरोना के कारण इलाज करने से मना कर दिया है। कामकाजी महिला को अब अपने गांव में एक छोला छाप डॉक्टर से इलाज कराना पड़ रहा है। नाम न बताने की शर्त पर महिला ने अपना इलाज गर्भाशय का होना बताया।