CM के नाम पर 3 दिन बाद भी सस्पेंस, आज संसदीय बोर्ड की बैठक में लग सकती है मुहर

CM के नाम पर 3 दिन बाद भी सस्पेंस, आज संसदीय बोर्ड की बैठक में लग सकती है मुहर

भोपाल। मध्य प्रदेश के लिए नए मुख्यमंत्री के नाम को लेकर सस्पेंस बना हुआ है। छत्तीसगढ़ और राजस्थान में भी यही स्थिति है। दिल्ली में पीएम हाउस में संपन्न दो दिनी बैठकों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह और राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा की मौजूदगी में नेता चयन और सरकार के गठन सहित कई मुद्दों पर मंथन हुआ। पार्टी मुख्यालय में महामंत्रियों की बैठक हुई। गुरुवार को भाजपा संसदीय बोर्ड की बैठक बुलाई जा रही है। इस बैठक में राज्यों के लिए केंद्रीय पर्यवेक्षक का ऐलान हो सकता है।

भाजपा के सूत्रों का कहना है कि संभवत: शनिवार को विधायक दल की बैठक बुलाई जा सकती है। बैठक में केंद्रीय पर्यवेक्षक की मौजूदगी में नेता के नाम पर मुहर लग जाएगी। पर्यवेक्षकों के नामों का ऐलान जल्द होने की संभावना है। पीएम हाउस की उच्च स्तरीय बैठक में मुख्यमंत्री चयन की प्रक्रिया और संभावित नाम को लेकर विचार-विमर्श किया गया। भाजपा हाईकमान का अब मप्र में सारा फोकस आगामी लोकसभा चुनाव में सभी 29 सीटें जीतने पर है। इसी संकल्प के मद्देनजर भाजपा आगामी कार्ययोजना बना रही है। मप्र में विस चुनाव में इस बार भाजपा को 163 सीटों का बंपर बहुमत मिला है। पूरा चुनाव पीएम मोदी के फेस पर ही लड़ा गया था। मुख्यमंत्री के बतौर कोई चेहरा सामने नहीं था, इसलिए सीएम को लेकर अटकलें तेज हो गई हैं।

भेजे जाएंगे पर्यवेक्षक: भाजपा सूत्रों का कहना है कि मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में जल्द ही पर्यवेक्षक भेजे जाएंगे। इन्हें दिल्ली से गुरुवार सुबह तक भेजे जाने के संकेत मिले हैं। तीनों राज्यों में शनिवार और रविवार को विधायक दल की बैठक होगी।

3 राज्यों में जीते 10 सांसदों ने छोड़ी संसद सदस्यता

नई दिल्ली। पांच राज्यों में विस चुनाव के नतीजों के बाद बुधवार को भाजपा के 10 सांसदों ने संसद सदस्यता से इस्तीफा दे दिया। इनमें मप्र के पांच सांसद भी शामिल हैं। भाजपा ने विस चुनाव में 21 सांसदों को उतारा था। इनमें से 12 ने विस चुनाव जीते हैं। मप्र से चुने गए केंद्रीय मंत्री द्वय नरेंद्र सिंह तोमर और प्रहलाद पटेल के अलावा सांसद राकेश सिंह, रीति पाठक और राव उदय प्रताप सिंह ने इस्तीफा दे दिया है। छग की सांसद रेणुका सिंह और राजस्थान के बाबा बालक नाथ भी इस्तीफा दे सकते हैं।

लोकसभा के लिए दोगुनी ऊर्जा लगाऊंगा: सीएम

छिंदवाड़ा। विधानसभा चुनाव में भाजपा को मिली प्रचंड जीत के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बुधवार से लोकसभा चुनाव को लेकर अपना मिशन- 29 प्रारंभ कर दिया। बता दें कि प्रदेश में लोकसभा की 29 सीटें है। उनका लक्ष्य सभी सीटें जीतने का है। उन्होंने इसकी शुरुआत कमलनाथ के अभेद किले छिंदवाड़ा से की। शिवराज सिंह ने कहा कि अब हमारा लक्ष्य मिशन-29 है। विधानसभा चुनाव में मैंने 20 से 22 घंटे काम किया और अब लोकसभा के लिए दोगुनी ऊर्जा के साथ काम करूंगा। छिंदवाड़ा में कार्यकर्ता और लाड़ली बहना सम्मेलन में सीएम ने कहा कि विधानसभा चुनाव में मिली ऐतिहासिक जीत को मैं प्रदेश की जनता के चरणों में समर्पित करता हूं। मैं वचन देता हूं कि, भाजपा की सरकार अपने हर संकल्प को पूरा करेगी। मुख्यमंत्री ने जनसमुदाय के बीच कहा कि, विधानसभा चुनाव में कमल खिलाने के बाद अब हमारा लक्ष्य मिशन-29 है।

हर संकल्प पूरा करेंगे

सीएम कहा कि मैं आपको वचन देता हूं कि भाजपा सरकार दिए हुए हर संकल्प को पूरा करेगी। प्रत्येक परिवार को एक रोजगार का लक्ष्य पूरा करना है। लाड़ली बहनों चिंता मत करना 10 तारीख फिर आने वाली है, राशि को 3,000 रुपए तक किया जाएगा। सीएम ने कमलनाथ पर तंज कसते हुए कहा कि छिंदवाड़ा से दादा जी कहीं निकले ही नहीं। मामा तो घूम रहा था। आपने उन्हें यहां बांध दिया, तो मप्र में भाजपा की एकतरफा जीत हुई।