सोचें-समझें...मतदान जरूर करें क्योंकि यह भविष्य का सवाल है

मप्र आज चुनेगा नई सरकार

सोचें-समझें...मतदान जरूर करें क्योंकि यह भविष्य का सवाल है

भोपाल। मप्र में शुक्रवार को 5.59 करोड़ से अधिक मतदाता 2,533 प्रत्याशियों का भाग्य ईवीएम में बंद करेंगे। निष्पक्ष और शांतिपूर्ण मतदान के लिए करीब 3 लाख कर्मचारी तैनात किए गए हैं। मतदान सुबह 7 से शाम 6 बजे तक होगा। नक्सल प्रभावित बैहर, परसवाड़ा, लांजी, मंडला, डिंडोरी के तय केंद्रों पर दोपहर 3 बजे तक मतदान होगा। गुरुवार को सभी 64 हजार बूथों के लिए मतदान दल रवाना कर दिए गए। मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी मप्र अनुपम राजन ने बताया कि 2 लाख से अधिक पुलिसकर्मी मतदान केंद्रों पर तैनात किए गए हैं। अप्रिय घटना पर त्वरित नियंत्रण, आकस्मिक सेवाओं के लिए दो एयर एंबुलेंस और दो हेलीकॉप्टर तैनात किए गए हैं। पानी, बिजली, मेडिकल किट, हेल्प डेस्क, टॉयलेट, शिशुगृह व दिव्यांगों के लिए वाहन व्यवस्था शामिल है।

दो कर्मचारियों की मौत

मुलताई में मतदानकर्मी भीमराव पाटनकर की हार्ट अटैक से मौत हो गई। इसके साथ ही लुधियाना से सुरक्षा के लिए मप्र आए वरिष्ठ आरक्षक जनरेल सिंह प्यारा की भी मौत हो गई।

पिंक बूथ- 5,160 महिला मतदानकर्मी रहेंगी 

  • दिव्यांग मतदान केंद्र - 183 
  • आदर्श मतदान केंद्र - 2,536 
  • ग्रीन बूथ - जबलपुर जिले में 50, बालाघाट में 7
  • 17 हजार से अधिक क्रिटिकल मतदान केंद्र हैं

मतदान का रुझान ऐप पर:

प्रदेश के सभी विधानसभा में वोटिंग का रुझान मोबाइल ऐप वोट टर्नआउट के जरिए मिलेगा। इसे मतदाता गूगल प्ले स्टोर से डाउनलोड कर सकते हैं।

इस नंबर पर करें शिकायत 

  • टोल फ्री नंबर 1950 और सी-विजिल ऐप पर। 
  • शिकायत से पहले जिले का एसटीडी कोड 1950 नंबर के पहले लगाएं।

ये दस्तावेज दिखाकर भी कर सकेंगे वोटिंग

  • आधार कार्ड 
  • मनरेगा जॉब कार्ड 
  • ड्राइविंग लाइसेंस 
  • पैन कार्ड 
  • भारतीय पासपोर्ट 
  • फोटो सहित पेंशन दस्तावेज 
  • केंद्र,राज्य, सरकार, पीएसयू, सार्वजनिक लिमिटेड कंपनियों द्वारा कर्मचारियों को जारी किए गए फोटोयुक्त सेवा पहचान पत्र 
  • बैंक-डाकघर द्वारा जारी फोटोयुक्त पासबुक 
  • राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर के तहत आरजीआई द्वारा जारी स्मार्ट कार्ड 
  • श्रम मंत्रालय की योजना के तहत जारी स्वास्थ्य बीमा स्मार्ट कार्ड 
  • सांसदों, विधायकों एमएलसी को जारी किए गए आधिकारिक पहचान पत्र

चुनाव के बारे में कुछ रोचक तथ्य 

  • ईवीएम का प्रयोग पहली बार केरल में साल 1982 के जनरल इलेक्शन के दौरान किया गया था। 
  • नोटा को अहमदाबाद स्थित एनआईडी ने डिजाइन किया है। 
  • लोस चुनाव में नोटा विकल्प का पहली बार 2014 में इस्तेमाल हुआ। 
  • साल 1989 में 61 वें संवैधानिक संशोधन में वोटिंग की उम्र को घटाकर 21 साल से 18 साल कर दिया गया।

मतदान केंद्रों पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। शहर और ग्रामीण क्षेत्रों में भी पुलिस की गश्ती रहेगी, जिससे लोग निर्भय और निष्पक्ष होकर मतदान कर सकें। अगर किसी भी मतदाता को किसी प्रकार की समस्या होती है तो सी िवजिल एप या टोल फ्री नंबर का उपयोग करें। - अनुपम राजन, मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी,मध्य प्रदेश