अतिक्रमण पर चला जेसीबी का पंजा 50 करोड़ की जमीन कराई मुक्त

अतिक्रमण पर चला जेसीबी का पंजा 50 करोड़ की जमीन कराई मुक्त

ग्वालियर। भूमाफियाओं के खिलाफ जिला प्रशासन ने कार्रवाई करते हुए 50 करोड़ रुपए मूल्य की सरकारी जमीन से अतिक्रमणकारियों को खदेड़ते हुए जमीन मुक्त कराई। कलेक्टर के निर्देश पर शनिवार सुबह एसडीएम मुरार अशोक चौहान पुलिस व प्रशासन की टीम के साथ सुबह 8 बजे दीनारपुर मंडी क्षेत्र में सरकारी भूमि पर पहुंचे, टीम को देखकर अतिक्रमणकारियों ने कार्रवाई का विरोध किया, इस बीच एक महिला बेहोश हो गई, लेकिन प्रशासन की टीम के आगे कच्चे- पक्के मकान बनाकर अतिक्रमण करने वालों की एक नहीं चली।

निगम के सहयोग से करीब एक बजे तक चली इस कार्रवाई में लगभग 5.395 हेक्टेयर बेशकीमती सरकारी जमीन अतिक्रमण मुक्त कराई। जिस पर 80 लोेगों ने कच्चे-पक्के मकान बना लिए थे। जानकारी के मुताबिक उक्त शासकीय भूमि नोटरी के माध्यम से राजेन्द्र राजौरिया पुत्र रामसिया राजौरिया निवासी अमायन भिंड, मोनू शर्मा पुत्र रामस्वरूप शर्मा निवासी नारायण विहार कॉलोनी ग्वालियर, नीरज पुत्र वीरेंद्र सिंह निवासी चार शहर का नाका हजीरा ग्वालियर, अजीज खान पुत्र विलायत खान निवासी चक किशनपुर परीक्षा जिला मुरैना आदि के द्वारा विक्रय किया गया है। उक्त लोगों के खिलाफ वैधानिक कार्यवाही का प्रस्ताव भी भेजा है।

यह रहे कार्रवाई में शामिल

इस कार्रवाई में राजीव जंगले मुरार, दीपेश धाकड़ तहसीलदार, मस्तराम गुर्जर तहसीलदार, मदन मोहन मालवीय, राजकुमार शर्मा, राजस्व निरीक्षक हरनाम सिंह, देवेंद्र यादव, सुधीर त्रिपाठी, पटवारी ज्ञान सिंह राजपूत, अरविन्द गोयल, गजेंद्र छारी, कविराज यादव, मंजू कुशवाह, कुमारी पूनम शर्मा, दीपेंद्र राजौरिया, रामेंद्र भदौरिया, एकता खत्री, मदाखलत अमला शामिल रहा।

औद्योगिक विकास के लिए आवंटित थी जमीन

एसडीएम मुरार अशोक चौहान ने बताया कि दीनारपुर क्षेत्र में औद्योगिक विकास के लिए आवंटित की गई शासकीय जमीन पर भू-माफियाओं द्वारा अतिक्रमण कराने की शिकायत सामने आई थी। जांच में शिकायत सही पाई जाने पर शनिवार को राजस्व विभाग की टीम, नगर निगम का मदाखलत अमला एवं पुलिस बल मशीनों के साथ मौके पर पहुंचा। उन्होंने बताया कि दीनारपुर के सर्वे क्रमांक-383, 386 व 387 की कुल 5.395 हेक्टेयर सरकारी जमीन पर भू-माफियाओं द्वारा अतिक्रमण कर लोगों के पक्के एवं अर्द्ध पक्के मकान इत्यादि बनवा दिए थे।