हेल्थ केयर वर्कर को वायरस से बचाएगा एयर बबल

हेल्थ केयर वर्कर को वायरस से बचाएगा एयर बबल

भोपाल। कोरोना जैसी घातक बीमारी से हेल्थ केयर वर्कर की जान बचाने भोपाल में एक नया इनोवेशन ‘एयर बबल’ तैयार किया गया है। इससे कोविड वार्ड में ड्यूटी करने वाले जमादार से लेकर डॉक्टर्स को अस्पताल के वातावरण में फैले वायरस से बचने में मदद मिलेगी और ये सभी कोविड वार्ड में रहकर भी शुद्ध हवा में सांस ले सकेंगे। बंसल अस्पताल के हृदयरोग विशेषज्ञ डॉ. स्कंद त्रिवेदी ने बताया कि वायरस के ट्रांसफर होने का सोर्स नाक, मुंह और चेहरा ही है, इसलिए हमने चेहरे को ढंकने के लिए एक ऐसा एयर बबल बनाया है, जिसे आसानी से पहनकर कोविड वार्ड में हेल्थ केयर वर्कर निश्चिंत होकर अपना काम कर सकता है, इसका सफल प्रयोग होने के बाद इसे अस्पताल के 50 स्टाफ के साथ शुरू कर दिया गया है।

कुछ इस तरह काम करता है एयर बबल

डॉ. त्रिवेदी ने बताया कि एयर बबल एक गुब्बारे नुमा मास्क है, जिसे हेल्थ केयर वर्कर की गर्दन के ऊपर रख दिया जाता है, एयर बबल में ट्यूब लगा दिया है, जिसमें अस्पताल से करीब 300 मीटर दूर की ताजी हवा कंप्रेशर के जरिए सप्लाई की जाती है, जिसके बाद अस्पताल में इंस्टाल की गई पाइपलाइन के सोर्स के जरिए 20 से 30 फीट के ट्यूब से यह ताजी हवा हेल्थ केयर वर्कर को सीधे एयर बबल तक पहुंचेगी और वो बाहर की ताजी हवा लेकर कोरोना समेत अन्य संक्रमण से बच सकता है।

स्टाफ के सदस्यों को मुहैया कराए गए एयर बबल

अस्पताल के कोविड वार्ड में काम करने वाले डॉक्टर्स और पैरामेडिकल स्टाफ के अलावा अन्य कर्मचारियों, जिनमें जमादार, सफाईकर्मी, आया, नर्स, ड्यूटी डॉक्टर, कंसलटेंट डॉक्टर्स को भी एयर बबल मुहैया कराए गए हैं, ताकि ये सभी ताजी हवा में सांस ले सकें। फिलहाल 50 एयर बबल बांटे जा चुके हैं और अब 100 एयर बबल भी बनकर तैयार हो चुके हैं।

कंप्रेशर से सप्लाई होती है ताजी हवा

अस्पताल में फ्रेश एयर की सप्लाई के लिए कंप्रेशर लगाए गए हैं। डॉ. त्रिवेदी के मुताबिक जिस तरह आक्सीजन पाइंट होते हैं ठीक उसी तरह एयर प्वाइंट बनाए गए हैं और बिल्डिंग में एयर सप्लाई के लिए जाल बिछाया गया है, जिससे हेल्थ केयर वर्कर एक प्वाइंट से दूसरे प्वाइंट तक जाने के लिए भी एयर प्वाइंट कर इस्तेमाल कर सकता है। स्टैंडबाय के लिए दो एयर कंप्रेशर और एयर बबल रखे गए हैं।