एक ही दिन में ऑस्ट्रेलिया ने रचे दो इतिहास,सबसे बड़ी जीत
नई दिल्ली। ग्लेन मैक्सवेल के रिकॉडर्तोड़ शतक (44 गेंद में 106 रन) और डेविड वार्नर (93 गेंद में 104 रन) की शानदार पारियों के बाद गेंदबाजों के दबदबे वाले प्रदर्शन ने ऑस्ट्रेलिया ने आईसीसी विश्व कप मैच बुधवार को यहां नीदरलैंड को 309 रन से हराकर अपने नेट रन रेट में बड़ा सुधार किया। टीम तालिका में पहले की तरह चौथे स्थान पर है पर उनका नेट रन रेट नेगेटिव से पॉजिटिव में आ गया है। ऑस्ट्रेलिया ने मैच में दो इतिहास भी रच दिए। ऑस्ट्रेलिया ने आठ विकेट पर 399 रन बनाने के बाद नीदरलैंड की पारी को 21 ओवर में 90 रन पर समेट दिया। यह विश्व कप में रनों के लिहाज से सबसे बड़ी जबकि एकदिवसीय में दूसरी सबसे बड़ी जीत है। सबसे बड़ी जीत का रिकॉर्ड भारत के नाम है जिसने इस साल श्रीलंका को 317 रन से हराया था। नीदरलैंड का कोई भी बल्लेबाज ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों का सामना नहीं कर सका। उसके लिए सलामी बल्लेबाज विक्रमजीत सिंह ने सबसे ज्यादा 25 रन बनाए। एडम जम्पा ने ऑस्ट्रेलिया के लिए लगातार तीसरे मैच में चार विकेट झटके।
मैक्सवेल ने महज 40 गेंद में शतक पूरा कर विश्व कप के सबसे तेज शतक का नया रिकॉर्ड बनाया। उनसे पहले यह रिकॉर्ड दक्षिण अफ्रीका के एडेन मार्करम के नाम था। उन्होंने मौजूदा विश्व कप के दौरान इसी मैदान में श्रीलंका के खिलाफ 49 गेंद में शतक पूरा किया था। मैक्सवेल का यह शतक एकदिवसीय मैचों में चौथा सबसे तेज शतक है। यह रिकॉर्ड दक्षिण अफ्रीका के एबी डिविलियर्स (31 गेंद) के नाम है। उन्होंने अपनी पारी में नौ चौके और आठ छक्के लगाने के अलावा पैट कमिंस (नाबाद 12) के साथ सातवें विकेट के लिए 44 गेंद में 103 रन की साझेदारी की जिसमें टीम के कप्तान का योगदान सिर्फ आठ रन का था। ताबड़तोड़ बल्लेबाजी के दौरान उन्होंने रिवर्स स्वीप पर छक्के जड़कर दर्शकों का खूब मनोरंजन किया।
आखिरी ओवरों में शतक के बारे में नहीं सोचा था
नीदरलैंड के खिलाफ रिकॉर्ड शतकीय पारी खेलने वाले ग्लेन मैक्सवेल ने कहा कि वह शतक को लेकर ज्यादा नहीं सोच रहे थे लेकिन आखिरी ओवरों में खुद अधिक गेंदों का सामना करना चाहते थे। ऑस्ट्रेलिया की बल्लेबाजी के समय 48वें ओवर के बाद मैक्सवेल 35 गेंद में 75 रन पर खेल रहे थे। उन्होंने हालांकि अगली पांच गेंदों में दो चौके तीन छक्के जड़ कर 40 गेंद में शतक पूरा किया। उनकी पारी से ऑस्ट्रेलिया ने आठ विकेट पर 399 रन का विशाल स्कोर खड़ा किया। ग्लैन मैक्सवेल ने मैच के बाद संवाददाता सम्मेलन में कहा, यह वास्तव में मेरे दिमाग में नहीं था। मैं आखिरी ओवरों में खुद स्ट्राइक पर रहने के बारे में सोच रहा था। उन्होंने कहा, आखिरी पांच ओवरों में वह अधिक गेंदों का सामना करना चाहते थे।
मैच के बीच में लाइट शो खिलाड़ियों के लिए अच्छा नहीं है: मैक्सवेल
भारत में हो रहे आईसीसी विश्व कप के दौरान दर्शकों के मनोरंजन के लिए स्टेडियम में ड्रिंक ब्रेक के दौरान लाइट शो का आयोजन किया जा रहा है, लेकिन ऑस्ट्रेलिया के हरफनमौला ग्लेन मैक्सवेल इससे खुश नहीं है। मैक्सवेल ने बुधवार को यहां नीदरलैंड के खिलाफ रिकॉर्ड शतकीय पारी खेलने के बाद कहा कि यह दर्शकों के लिए अच्छा है, लेकिन खिलाड़ियों के लिए भयानक है। उन्होंने कहा, मैंने बिग बैश लीग के इस तरह का अनुभव किया है। उस दौरान पर्थ स्टेडियम में रोशनी चली गई थी । लाइट शो के लिए अंधेरा होने के बाद जब फिर से लाइट जलने पर ऐसा लगाता है जैसे इससे आंखे चौंधिया रही है और सिरदर्द हो रहा है। उन्होंने कहा, लाईट शो के बाद आंखों से सामंजस्य बैठाने में थोड़ा समय लगता है। मुझे लगता है कि यह क्रिकेटरों के लिए सबसे बेवकूफी भरा विचार है। उन्होंने कहा, पर्थ स्टेडियम की रोशनी खराब हो गई थी और मैं बल्लेबाजी के दौरान दूसरे छोर पर था और मुझे फिर से सामंजस्य बैठाने में काफी समय लग गया। ऐसे में बस जितना संभव हो मैं आंखों को छिपाने की कोशिश करता हूं और इसे अनदेखा करने की कोशिश करता हू। यह एक भयानक विचार है।
मैक्सवेल ने जड़ा सबसे तेज शतक
ऑस्ट्रेलिया के ग्लेन मैक्सवेल ने नीदरलैंड के खिलाफ मैच में बुधवार को एक दिवसीय विश्व कप का सबसे तेज शतक जड़ते हुए सिर्फ 40 गेंद में तिहरा अंक छुआ । उन्होंने बास डि लीडे को 49वें ओवर की पांचवीं गेंद पर छक्का लगाकर शतक पूरा किया । इससे पहले वनडे विश्व कप में सबसे तेज शतक का रिकॉर्ड दक्षिण अफ्रीका के एडेन मार्करम के नाम था जिन्होंने इसी विश्व कप में सात अक्टूबर को श्रीलंका के खिलाफ 49 गेंद में 106 रन बनाए थे। वनडे क्रिकेट के इतिहास में यह चौथा सबसे तेज शतक है। सबसे तेज शतक का रिकॉर्ड दक्षिण अफ्रीका के एबी डिविलियर्स के नाम है जिन्होंने 2015 में वेस्टइंडीज के खिलाफ सिर्फ 31 गेंद में 149 रन बनाए थे जिसमें 16 चौके और नौ छक्के शामिल थे ।
न्यूजीलैंड के कोरी एंडरसन ने वेस्टइंडीज के खिलाफ 2014 में 36 गेंद में 131 रन बनाए थे। पाकिस्तान के शाहिद अफरीदी इस सूची में तीसरे स्थान पर हैं जिन्होंने 1996 में श्रीलंका के खिलाफ नैरोबी में 37 गेंद में 102 रन बनाए थे । मैक्सवेल ने डच टीम के खिलाफ 44 गेंद में नौ चौकों और आठ छक्कों की मदद से 106 रन की तूफानी पारी खेली। विश्व कप में सबसे तेज शतक जमाने वाले बल्लेबाजों की सूची में आयरलैंड के केविन ओब्रायन तीसरे स्थान पर हैं जिन्होंने 2011 में इंग्लैंड के खिलाफ 50 गेंद में 113 रन बनाये थे । मैक्सवेल इससे पहले 2015 में श्रीलंका के खिलाफ 51 गेंद में 102 रन भी बना चुके हैं । अफ्रीका के एबी डिविलियर्स ने 2015 में वेस्टइंडीज के खिलाफ 5 गेंद में 162 रन की पारी खेली थी कप्तान रोहित शर्मा इस सूची में सातवें स्थान पर हैं।