बेलेश्वर महादेव मंदिर हादसा :३६ हुए काल कवलित टूटी जीवन-डोर, शोक में इंदौर
इंदौर। रामनवमी के अवसर पर गुरुवार को बेलेश्वर महादेव झूलेलाल मंदिर में हुए हादसे में राहत- बचाव दल ने कुल 34 शव बावड़ी के भीतर से निकाल लिए हैं, जबकि दो घायलों ने उपचार के दौरान दम तोड़ दिया था। 18 घायलों को भी निकाल लिया गया है। इस मामले में मंदिर के अध्यक्ष और सचिव पर गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज किया गया है, वहीं नगर निगम ने दो कर्मचारियों को निलंबित कर दिया है। राहत- बचाव दल ने लगभग 26 घंटों तक रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया। इस दौरान बावड़ी की गहराई से निकले शवों से पूरे शहर में मातम पसरा रहा। घटनास्थल को सील कर दिया है।
किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा : सीएम
सीएम शिवराज सिंह चौहान व गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा शुक्रवार को इंदौर पहुंचे। यहां उन्होंने शोक संतप्त परिवारों को ढांढस बंधाया और घायलों का कुशलक्षेम भी जानी। सीएम ने कहा कि प्रथम दृष्टया दोषी पाए गए मंदिर ट्रस्ट के दो लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। इस मामले में किसी को बख्शा नहीं जाएगा।
निगम ने ही तैयार की थी मौत की जमीन
जूनी इंदौर थाना प्रभारी नीरज मेड़ा ने बताया कि मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष पूर्व पार्षद सेवाराम गलानी और सचिव मुरली सबनानी के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का केस दर्ज किया है। इन्होंने नगर निगम के नोटिस के बाद भी बावड़ी की छत को नहीं हटाया। मामले में जांच के दौरान अन्य जिम्मेदारों को भी आरोपी बनाया जाएगा। उधर, स्थानीय रहवासियों के आक्रोश का सामना यहां सीएम को भी करना पड़ा।
दिल दहल गया... मन रो दिया
- 26 घंटे चला रेस्क्यू ऑपरेशन, अंतिम शव बावड़ी ने दोपहर 12 बजे उगला
- ट्रस्ट के अध्यक्ष और सचिव पर गैर इरादतन हत्या का केस दर्ज
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- मृतकों में 16 सिंधी समाज के शामिल, 21 महिलाएं, दो बच्चे, शेष पुरुष