मोटापे से पीड़ित ब्रिटेन के लोगों को हर हफ्ते लगेगा इंजेक्शन

मोटापे से पीड़ित ब्रिटेन के लोगों को हर हफ्ते लगेगा इंजेक्शन

लंदन। ब्रिटेन में ऐसे लोगों को हर हμते इंजेक्शन लगाने की तैयारी चल रही है, जो मोटापे से पीड़ित हैं। इस इंजेक्शन के लगने से लोगों को भूख कम लगेगी और वो कम खाएंगे। ट्रायल के दौरान ये इंजेक्शन असरदार साबित हुआ है। इस तरह के इलाज को सेमैग्लूटाइड कहा जाता है। सेमैग्लूटाइड असल में एक तरह की दवा होती है, जो भूख दबाने का काम करती है। इंजेक्शन के जरिए जब इस दवा को दिया जाता है तो ये उस हार्मोन की नकल करता है, जो खाना खाने के बाद रिलीज होता है। इस हार्मोन को ग्लूकैगॉन-लाइक पेप्टाइड (जीएलपी-1) कहा जाता है। 6.84 करोड़ की आबादी वाले यूके में करीब 1.24 करोड़ लोग मोटापे से जूझ रहे हैं। इनमें से भी 13 लाख से ज्यादा लोग ऐसे हैं, जो किसी दूसरी बीमारी से भी जूझ रहे हैं।

हेल्दी डाइट और एक्सरसाइज के बाद इंजेक्शन 12% वजन कम करता है

जब सेमैग्लूटाइड को इंजेक्ट किया जाता है तो लोगों को भूख कम लगती है और वो कम खाते हैं। नतीजतन उनका वजन कम होने लगता है। ट्रायल के दौरान सामने आया कि हेल्दी डाइट और एक्सरसाइज के साथ-साथ अगर ये इंजेक्शन दिया जाता है तो 68 हफ्ते में औसतन 12% वजन कम हो जाता है। ट्रायल के दौरान जिन लोगों को ये इंजेक्शन दिया गया था, उनका सालभर के अंदर औसतन 16 किलो वजन कम हुआ। वहीं, जिन लोगों को प्लासबो दिया गया था, उनका औसतन 3 किलो वजन ही कम हुआ।

हर हफ्ते लगाया जाएगा इंजेक्शन : इंजेक्शन के इस्तेमाल को यहां के ड्रग्स रेगुलेटर नेशनल इंस्टीट्यूट फॉर हेल्थ एंड केयर एक्सीलेंस (नाइस) ने मंजूरी दे दी है। इस इंजेक्शन को हर हफ्ते लगाया जाएगा। नाइस ने अभी इस इंजेक्शन को उन लोगों को लगाने की सिफारिश की है, जिनका बॉडी मास इंडेक्स (बीएमआई) 35 से ऊपर है। वहीं, 30 से 35 के बीच बीएमआई वाले वो लोग भी डॉक्टरी सलाह पर इंजेक्शन को ले सकते हैं, जो डायबिटीज से पीड़ित हैं।

डॉक्टर से पूछे बिना न करें इंजेक्शन लेना बंद : इसे लेने वाले मरीजों को सलाह दी गई है कि वो बिना डॉक्टर से पूछे इस इंजेक्शन को लेना बंद न करें। हालांकि, रिजल्ट दिखने पर और डॉक्टर की सलाह पर इसे बंद किया जा सकता है। अभी इंजेक्शन को पूरी तरह से रोलआउट नहीं किया गया है। इंजेक्शन को लेकर अभी नाइस की ओर से पूरी गाइडलाइंस आने के बाद इसे बाजार में उतारा जाएगा।