नर्मदा के प्रमुख घाटों में नजर आने लगी चोई, पानी कम हुआ

नर्मदा के प्रमुख घाटों में नजर आने लगी चोई, पानी कम हुआ

जबलपुर। नर्मदा नदी के प्रमुख घाटों जिनमें ग्वारीघाट,तिलवारा आदि शामिल हैं में चोई ने अपना साम्राज्य फैलाना शुरू कर दिया है। दरअसल जिन स्थानोंपर बहाव है वह किनारे की ओर हैं जहां चोई नहीं है मगर जहां पानी का ठहराव है वहां पर चोई फैल चुकी है। वही दूसरी ओर तेजी से पानी भी कम हो रहा है और घाटों की अंतिम सीढ़ी से भी काफी नीचे तक पानी पहुंच गया है।

मनमाने रेत उत्खनन और आधुनिक खनन मशीनों ने नर्मदा की स्वाभाविक गति को रोका है। इससे जलीय जीवों को भी असर आया है। वहीं जगह-जगह रेत की खुदाई के लिए किए गए गड्ढों ने नदी के मूल स्वरूप से ही छेड़छाड़ कर दी है। यहां पर प्रशासनिक तौर पर तो चोई को साफ करने कोई काम नहीं किया जाता मगर समाजसेवी संस्थाएं जरूर यदा-कदा चोई निकालने के अभियान चलाती हैं जो संभवतय अब काम शुरू करेंगी।

स्वच्छता पर नहीं फोकस

नर्मदा के तटों पर जहां से नर्मदा का पानी शुरू होता है नीचे काफी गंदगी नजर आती है जो पूजन अपशिष्ट या पॉलीथिन की होती है। इसकी सफाई नियमित होनी चाहिए मगर देखने से साफ समझ में आजाता है कि यहां बारिश के बाद सफाई हुई ही नहीं है। घाट की सीढ़ियां या ऊपर की सड़क पर जरूर झाड़ू लगती है।