म्यूजिकल फाउटेंन में फिर अनदेखी की शिकायत, जिम्मेदार बता रहे ठीक

म्यूजिकल फाउटेंन में फिर अनदेखी की शिकायत, जिम्मेदार बता रहे ठीक

ग्वालियर। कटोराताल में 3.5 करोड़ के म्यूजिकल फाउटेंन लगाने को लेकर उठा विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। यहीं कारण है कि थर्ड कॉल में टेंडर देने के बाद एल-2 फर्म ने शर्तो की अनदेखी कर कार्य देने की शिकात है। वहीं टेंडर को लेकर स्मार्ट सिटी अधिकारियों का कहना है कि टेंडर खोलने नें नियमों का पूर्णत: पालन किया गया है। स्मार्ट सिटी के तहत कटोरा ताल का जीर्णोद्धार किया जा रहा है। यहां 2.17 करोड़ की लागत से सिविल वर्क कराया गया है और 3.5 करोड़ की लागत से म्यूजिकल फाउटेंन लगाने की तैयारी है। इसके लिए मार्च से अगस्त 2020 तक तीसरी बार टेंडर किए गए थे। जिसमे टेंडर एल-1 फर्म मैसर्स इंटीग्रेड डिजीटल सॉल्यूशन कंपनी को दे दिया। लेकिन काम देने के साथ ही एल-2 फर्म मेसर्स एसजी इन्फ्रा द्वारा प्रीमियर वर्ल्ड टेक्नोलॉजी प्रायवेट लिमिटेड ने अनदेखी कर टेंडर देने की शिकायत की है। जिसमें बताया गया है कि अमरेश्वरा स्वामी वारी देवस्थानम मंदिर, गुंटूर, जिला अमरावती में मैसर्स इंटीग्रेटेड डिजिटल सॉल्यूशन प्राइवेट लिमिटेड दिल्ली को लगभग ढेड़ साल पहले कृष्णा नदियों के बैकवाटर पर सिस्टम लगाया गया था, जो वर्तमान में काम नहीं कर रहा है और मौके पर पिछले साल अधिकांश सिस्टम धुल गए। साथ ही मौके पर केवल चार डड़े खड़े दिखाई दे रहे है और इस फव्वारे की इंटरनेट पर या किसी पर्यटन वेबसाइट पर कोई उपस्थिति नहीं है।

टेंडर खोलने से पहले की थी शिकायत

शिकायककर्ता फर्म एसजी इंफ्रा का दावा है कि उन्होंने फाइनेशियल बिड में मैसर्स इंटीग्रेटेड डिजिटल सॉल्यूशन प्राइवेट लिमिटेड दिल्ली को शमिल करने के साथ ही स्मार्ट सिटी कंपनी अधिकायिों को टेंडर खोल जाने से पहले अमरावती में कार्य को लेकर आशंकाएं स्पष्ट करने का अनुरोध किया था। लेकिन कंपनी अधिकारियों ने विवादों के घेरे में आई फर्म को टेंडर दे दिया। हमारे द्वारा मैसर्स इंटीग्रेटेड डिजिटल सॉल्यूशन प्राइवेट लिमिटेड दिल्ली को कार्य पूर्णत: जांच व नियमों का पालन करते हुए दिया है।

बलवीर सिंह सिकरवार, कार्यपालन यंत्री, स्मार्ट सिटी कंपनी

फर्म ने फिजीकल वैरिफिकेशन कर लगाई है आपत्ति

स्मार्ट सिटी कंपनी द्वारा टेंडर कार्य में लेने से पिछड़ने के बाद मैसर्स एसजी इन्फ्रा द्वारा प्रीमियर वर्ल्ड टेक्नोलॉजी प्रायवेट लिमिटेड ने बताया है कि हमारी टीम ने 08 सिंतबर 2020 को सुबह 10 बजे अमरावती जाकर साइट का दौरा किया था और वहां हकीकत में विपरीत मिलने पर वास्तविक साइट के फोटो और वीडियो मेल व लिखित रूप से स्मार्ट सिटी अधिकारियों को दिए।