दुनिया में पहली बार पूरी आंख का हुआ प्रत्यारोपण

अमेरिका में रिटायर्ड सैनिक को लगाई गई डोनर की आंख

दुनिया में पहली बार पूरी आंख का हुआ प्रत्यारोपण

वाशिंगटन। अमेरिका के अरकंसास राज्य में एक रिटायर्ड सैनिक दुनिया का पहला ऐसा पेशेंट बना है, जिन्हें दूसरे व्यक्ति की पूरी की पूरी आंख प्रत्यारोपित की गई है। एक प्राणघातक इलेक्ट्रिक एक्सीडेंट में इस सैनिक की बांर्इं आंख खराब हो गई थी। आरोन जेम्स नाम के इस 46 वर्षीय सैनिक को 7,200 वोल्ट का इलेक्ट्रिक शॉक लगा था। यह हादसा 2021 में हुआ था, जिसमें उनका चेहरा हाई-वोल्टेज वायरिंग से टच हो गया था। जिससे उनका बायां हाथ, नाक, ओंठ, दांत, गाल एवं ठुड्डी बुरी तरह जख्मी हो गई थी तथा आंखें भी निकालनी पड़ीं थीं। मई माह में सर्जन्स, नर्सेस एवं अन्य स्वास्थ्य कर्मियों की 140 सदस्यीय टीम ने न्यूयॉर्क सिटी के न्यूयॉर्क लैंगोन अस्पताल में 21 घंटे चले आॅपरेशन में उनकी आंख एवं चेहरे का प्रत्यारोपण किया। यह दुनिया में अपनी तरह की पहली है। अभी तक पूरी आंख का प्रत्यारोपण असंभव माना जाता है क्योंकि आंखों की नसों एवं रक्त वाहिकाओं को मस्तिष्क से जोड़ने वाला नेटवर्क अत्यंत जटिल होता है। हालांकि जेम्स को अभी इस प्रत्यारोपित आंख से कुछ दिखाई नहीं दे रहा है लेकिन डॉक्टरों को उम्मीद है कि भविष्य में उनकी इस आंख में भी रोशनी आ जाएगी।

डॉक्टरों की टीम ने असंभव को संभव कर दिखाया

न्यूयॉर्क लैंगोन हॉस्पिटल के चेहरा प्रत्यारोपण कार्यक्रम के निदेशक डॉ. एडुआर्डो डी रोड्रिग्ज का कहना है कि हमने दुनिया में पहली पूरी आंख का सफल प्रत्यारोपण किया है जो अब तक असंभव माना जाता था। हमने इस प्रत्यारोपण का महत्वपूर्ण कदम पूरा कर लिया है, अब अगला चरण इस प्रत्यारोपित आंख में रोशनी लाने का होगा। जेम्स को तीस वर्षीय डोनर की आंख लगाई गई है। इस डोनर ने किडनी, लिवर एवं पैंक्रिआस भी दान कर दिया था। आॅपरेशन की प्रक्रिया में मुख्य चुनौती आंख को आॅप्टिक नर्व के साथ कनेक्ट करने की थी। यह सेंट्रल नर्वस सिस्टम का वह भाग होता है जो विजुअल इन्फॉर्मेशन को ब्रेन तक भेजता है। डॉक्टरों की टीम ने यह जटिल प्रक्रिया डोनर की आंख को उसके बोन मैरो के स्टेम सेल्स के साथ जोड़ कर पूरी की।