काबुल में तैनात फौजी की जमीन रातोंरात मुक्त कराई

काबुल में तैनात फौजी की जमीन रातोंरात मुक्त कराई

भोपाल। काबुल के भारतीय दूतावास में तैनात आईटीबीपी के जवान सत्येंद्र यादव की पुश्तैनी जमीन पर अवैध रूप से काबिज दबंगों को ग्वालियर जिला प्रशासन ने रातों-रात खदेड़ दिया। फौजी ने दूतावास को अपनी पीड़ा बताई थी और कहा था कि उसकी जमीन गांव के कुछ लोगों ने दबा ली है, इसलिए उसका ड्यूटी में मन नहीं लग रहा। इस पर दूतावास ने ग्वालियर कलेक्टर को पत्र भेजकर कार्रवाई का आग्रह किया था। अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में बतौर सिक्यूरिटी असिस्टेंट के रूप में पदस्थ यादव मूलत: ग्वालियर जिले के डबरा तहसील स्थित लदेरा का रहने वाला है। उसके माता-पिता और पत्नी बच्चे गांव में ही रहते हैं। गांव के ही कुछ दबंगों ने उसकी जमीन पर कब्जा कर लिया था। उसके परिजनों ने कई जगह गुहार लगाई, लेकिन बात नहीं बनी। जवान भी परेशान था, उसने दूतावास में अधिकारियों को अपनी पीड़ा बताते हुए कहा कि मेरा ड्यूटी करने में मन नहीं लग रहा। दबंगों को जेल भेजने की चेतावनी: इसके बाद भारतीय दूतावास ने ग्वालियर कलेक्टर कौशलेंद्र सिंह को पूरा मामला बताते हुए पत्र भेजा। दूतावास ने कहा कि घर की समस्या के कारण सत्येंद्र सही ढंग से अपनी ड्यूटी नहीं निभा पा रहे हैं। इसके बाद कलेक्टर ने तत्परता दिखाते हुए अधिकारियों की टीम को लगाकर जांच कराई और रातों-रात जमीन को कब्जे से मुक्त करा दिया गया। अतिक्रमणकारियों को चेतावनी भी जारी की गई है कि दोबारा जमीन दबाई तो जेल भेजने की कार्रवाई होगी।