मदर टेरेसा ने चर्च की सबसे बुरी ज्यादतियों को छिपाया

मदर टेरेसा ने चर्च की सबसे बुरी ज्यादतियों को छिपाया

नई दिल्ली। नोबेल शांति पुरस्कार से सम्मानित मदर टेरेसा को लेकर डॉक्यूमेंट्री ‘मदर टेरेसा: फॉर दि लव आफ गॉड’ में दावा किया गया कि उन्होंने कैथोलिक चर्चों की सबसे खराब ज्यादतियों पर पर्दा डाला था और वह लोगों की मदद करने की तुलना में गरीबी और दर्द के प्रति अधिक आकर्षित प्रतीत हुई। डॉक्यूमेंट्री के अनुसार वह युद्ध रोकने में सक्षम थीं, राष्ट्रपतियों से उनकी मित्रता थी, उन्होंने वैश्विक स्तर पर अनाथालयों के एक विशाल नेटवर्क का निर्माण किया था व बीमार कैदियों को जेल से रिहा कराया था। लेकिन उन्होंने कैथोलिक चर्चों के सबसे खराब कार्यों पर पर्दा डाला।

अच्छा अस्पताल खोलने के लिए थे पैसे, पर उन्होंने ऐसा नहीं किया

डॉक्यूमेंट्री में दिखाया गया है कि जब ब्रिटिश डॉक्टर जैक प्रेगर ने उनके साथ चैरिटी की शुरुआत की थी, तभी से विवाद के कई मुद्दे थे। वह कहते हैं, नर्स मरीजों की ठीक से देखभाल नहीं कर रही थीं। एक ही सिरिंज का कई बार इस्तेमाल किया जा रहा था और इन्हें स्टेरिलाइज भी नहीं किया जा रहा था। एक झुलसी महिला को पेनकिलर देने से मना कर दिया गया था, मैंने चुपके से उसे कुछ दवाएं दी थीं। उन्होंने कहा, उनके पास गरीब लोगों के लिए एक अच्छा अस्पताल चलाने के लिए पैसा था, लेकिन उन्होंने ऐसा कभी नहीं किया। उन्होंने कहा, बिना इलाज उपलब्ध कराए हम पीड़ा को समाप्त करने के लिए प्रार्थना करेंगे। वे कहते हैं कि पीड़ा मदर टेरेसा के काम का केवल कोई उप उत्पाद नहीं था, बल्कि यह उसका अभिन्न अंग था। ननों को निर्देश दिया गया था कि वह खुद को चाबुक से मारें और कांटों वाली चेन पहनें।