कोरोना का नया वैरिएंट ओमिक्रॉन से ज्यादा खतरनाक होगा

कोरोना का नया वैरिएंट ओमिक्रॉन से ज्यादा खतरनाक होगा

जिनेवा। विश्व स्वास्थ्य संगठन की कोविड -19 तकनीकी प्रमुख मारिया वान केरखोव ने कहा है कि ओमिक्रॉन कोरोना वायरस का आखिरी वैरिएंट आॅफ कंसर्न नहीं होगा। इस वायरस का अगला वैरिएंट और ज्यादा तेजी से फैलने वाला हो सकता है। उन्होंने कोविड प्रोटोकॉल का कड़ाई से पालन करने को लेकर चेतावनी भी दी है। मारिया ने कहा, नया वैरिएंट अधिक तेजी से फैलने वाला होगा क्योंकि ये वर्तमान में फैल रहे वैरिएंट की जगह लेगा। उन्होंने कहा कि ऐसा भी हो सकता है कि आगे और ज्यादा इम्यून एस्केप देखने को मिले। यानी कि वायरस पर प्रतिरक्षा के किसी भी उपाय का असर न पड़े और नए वेरिएंट पर वैक्सीन का असर खत्म हो जाए।

दुनियाभर में ओमिक्रॉन से गई 5 लाख लोगों की जान

डब्ल्यूएचओ के इंसीडेंट मैनेजर अब्दी महमूद ने कहा कि कोरोना का ओमिक्रॉन वैरिएंट मनुष्य का बड़ा दुश्मन निकला है। महमूद के अनुसार नवंबर में ओमिक्रॉन को चिंताजनक वैरिएंट घोषित किया गया था। इसके बाद से पूरी दुनिया में इससे 5 लाख मौतें हो चुकी हैं, वहीं 13 करोड़ लोगों संक्रमित हो चुके हैं। ओमिक्रॉन के बारे में शुरू से ही कहा गया था कि यह बेहद संक्रामक है। यह अब भी दुनियाभर में सक्रिय है। हालांकि इसने भारत में डेल्टा वैरिएंट के मुकाबले ज्यादा नुकसान नहीं पहुंचाया।

48 घंटे में कोरोना का होगा खात्मा, भारत में लॉन्च

इधर भारत में कोरोना वायरस के इलाज के लिए नाक से किया जाने वाला नेजल स्प्रे लॉन्च हो गया है। दावा है कि नाक में इस दवा का स्प्रे होने के बाद 48 घंटे में कोरोना का खात्मा हो जाएगा। देसी कंपनी ग्लैनमार्क फार्मा ने कनाडा की बायोटेक फर्म सनोटाईज के साथ इस नेजल स्प्रे को लॉन्च किया है। नेजल स्प्रे का नाम फैबीस्प्रे है। नाक से स्प्रे की जाने वाली दवा नाइट्रिक आॅक्साइड बेस्ड है। ये स्प्रे 18 वर्ष से ऊपर के ऐसे मरीज प्रयोग कर सकते हैं, जिन्हे कोरोना हुआ हो। कंपनी ने स्प्रे को लॉन्च करने से पूर्व भारत के 20 अस्पतालों में 306 मरीजों पर स्टडी की। स्प्रे के प्रयोग से 24 घंटे के अंदर वायरस का लोड 94% कम हो जाता है। 48 घंटे में वायरल लोड 99% तक घट जाता है।