नवजात के लिए रोज 1000 किमी दूर से आ रहा मां का दूध

नवजात के लिए रोज 1000 किमी दूर से आ रहा मां का दूध

नई दिल्ली। करीब एक महीने से 33 वर्षीय जिकमेट वांगडुस अपने साले के साथ दिल्ली अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर जा रहे हैं। वह वहां से एक बॉक्स लेते हैं, जो कोई साधारण बॉक्स नहीं है। उस बॉक्स में उनके नवजात शिशु के लिए उसकी मां का दूध होता है, जो लेह से आता है। वांगडस के शिशु की हाल ही में यहां के एक निजी अस्पताल में सर्जरी हुई है। इस शिशु का जन्म 16 जून को लेह के सोनम नूरबो मेमोरियल अस्पताल में ऑपरेशन से हुआ और उसकी 30 वर्षीय मां दोरजे पाल्मो ने महसूस किया कि बच्चा मां का दूध पीने में असमर्थ है। वांगडुस ने कहा कि जब डॉक्टरों से संपर्क किया तो डॉक्टरों ने बच्चे को तुरंत दिल्ली या चंडीगढ़ में एक बड़े अस्पताल में भेजने का सुझाव दिया। तब उनका साला जिग्मत ग्यालपो 18 जून की सुबह बच्चे को लेकर विमान से दिल्ली पहुंच गया। वांगडुस मैसूर में एक शैक्षणिक संस्थान में प्रबंधक के रूप में काम करते हैं। वह भी उसी दिन सुबह दिल्ली पहुंच गए।

विमानन कंपनी ने हर दिन मुफ्त में बॉक्स भेजने की दी सुविधा

वांगडुस ने कहा कि एक बहुत ही उदार निजी विमानन कंपनी ने हर दिन बॉक्स मुफ्त में भेजने की सुविधा प्रदान की और लेह में उनके मित्रों तथा दिल्ली आने वाले यात्रियों ने मदद की। उन्होंने कहा, मेरी पत्नी कोरोना वायरस के कारण दिल्ली आने में असमर्थ थी और इसलिए हमें इस तरह से दूध का प्रबंध करना पड़ा। बालक अब स्वस्थ है और वह शुक्रवार को अपनी मां से मिल सकेगा। लेह-दिल्ली के बीच सड़क मार्ग से दूरी करीब 1000 किमी है और सीधी उड़ान में एक घंटे और 15 मिनट लगते हैं। बच्चे को पिता और मामा ने मैक्स अस्पताल, शालीमार बाग में भर्ती कराया है।