मंगल की यात्रा पर निकला नासा का परसेवेरेंस रोवर

मंगल की यात्रा पर निकला नासा का परसेवेरेंस रोवर

वॉशिंगटन। अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने गुरुवार को अब तक का सबसे बड़ा और जटिल रोवर लॉन्च किया। यह मिशन मंगल की चट्टान को धरती पर लाकर किसी प्राचीन जीवन का विश्लेषण करने के लिए है। लंबे समय तक चलने वाली इस परियोजना के तहत कार के आकार का रोवर बनाया गया है। यह कैमरा, माइक्रोफोन, ड्रिल और लेजर से युक्त है। नासा का ‘परसेवेरेन्स’ नामक रोवर, शक्तिशाली एटलस-5 राकेट पर सवार होकर मंगल की यात्रा पर सुबह निकल पड़ा।

परिक्रमा लगाएगा, लैंड करेगा, रोवर का काम भी करेगा

खासियत : तियानवेन का अर्थ है स्वर्ग से सवाल। वजन 5,000 किलो। ऑर्बिटर, लैंडर और रोवर प्रमुख। कैमरे, 4 सोलर पैनल लगे हैं।

क्या करेगा : 2-3 महीने चक्कर काटेगा। क्रूज शिप रिमोट सेंसिंग उपकरणों के जरिए मंगल का अध्ययन, पत्थरों की जांच, पानी या बर्फ तलाशेगा।

पता करेगा कि मंगल पर मौजूद पानी कैसे, कहां गया

खासियत : जापान के तनेगाशिमा अंतरिक्ष केंद्र से लॉन्च। ऊंचाई 6 फीट और वजन करीब 1360 किलो। गर्मी से बचाने वाले कवच, सोलर पैनल।

क्या करेगा : ऑरबिट में घूमता रहेगा। धूल, बर्फ, बादल, नमी का अध्ययन करेगा। इसी धूल के कारण मंगल का तापमान प्रभावित होता है।