एनसीपीसीआर ने ‘बॉर्नविटा’ को भेजा नोटिस, भ्रामक विज्ञापन और पैकेजिंग हटाने को कहा

एनसीपीसीआर ने ‘बॉर्नविटा’ को भेजा नोटिस, भ्रामक विज्ञापन और पैकेजिंग हटाने को कहा

नई दिल्ली। नेशनल कमीशन फॉर प्रोटेक्शन आॅफ चाइल्ड राइट्स (एनसीपीसीआर) ने हेल्थ ड्रिंक ‘बॉर्नविटा’ बनाने वाली कंपनी मोंडेलेज इंटरनेशनल इंडिया लिमिटेड को नोटिस भेजा है। एनसीपीसीआर ने शुगर कंटेंट के अनिवार्य डिस्क्लोजर से जुड़े नियमों का पालन न करने को लेकर कंपनी को यह नोटिस जारी किया है। प्रोडक्ट्स और पैकेजिंग पर चिंता जताई: हाल ही में बॉर्नविटा के इंग्रीडिएंट्स को लेकर सवाल उठे थे और तब से कंपनी के प्रोडक्ट को लेकर विवाद है। अब एनसीपीसीआर ने नोटिस में कंपनी को अपने सभी भ्रामक विज्ञापनों (मिसलीडिंग एडवर्टाइजमेंट्स), पैकेजिंग और लेबल्स का रिव्यू करने और उन्हें हटाने के लिए कहा है। एनसीपीसीआर ने नोटिस में कंपनी के प्रोडक्ट्स और बॉर्नविटा की पैकेजिंग पर चिंता जताई है।

7 दिन में जवाब मांगा

नेशनल चाइल्ड राइट्स बॉडी एनसीपीसीआर ने नोटिस में कहा कि बॉर्नविटा में यूज किए जाने वाले इंग्रीडिएंट्स के बारे में इसकी पैकेजिंग पर सही जानकारी देने में कंपनी असफल रही है। एनसीपीसीआर ने पैकेज्ड फूड कंपनी को अगले सात दिनों के भीतर इस मामले पर विस्तृत स्पष्टीकरण (डिटेल्ड एक्सप्लेनेशन) के साथ जवाब देने को कहा है।

नोटिस में क्या कहा गया है?

  • एफएसएसएआई के दिशानिर्देशों के अनुसार, जिन प्रोडक्ट की 100 ग्राम मात्रा में टोटल एनर्जी (किलो कैलोरी) का 10% से ज्यादा शुगर कंटेंट हो, उन्हें रेड कलर कोडिंग डिस्प्ले करना जरूरी होता है। एनसीपीसीआर ने नोटिस में कहा है, बॉर्नविटा में लेबल पर देखा गया है कि इसमें ‘माल्टोडेक्सट्रिन’ और ‘लिक्विड ग्लूकोज’ के साथ शुगर कंटेंट की मात्रा सीमा से बहुत ज्यादा है और इसे ‘एडेड शुगर्स’ के तहत मेंशन करना जरूरी है। 
  • कंपनी के लेबल के अनुसार, बॉर्नविटा में प्रति 100 ग्राम में 37.4 ग्राम शुगर होता है, जो प्रत्येक सर्विंग में प्रदान की जाने वाली कुल एनर्जी का 15% है। एनसीपीसीआर के अनुसार, मोंडलेज का प्रोडक्ट ‘बॉर्नविटा’ एफएसएसएआई के एडवर्टाइजिंग गाइडलाइंस का भी पालन नहीं करता, जिसके तहत पैकेजिंग पर ‘लाभ के लिए प्रतिदिन सर्विंग की मात्रा’ बताना जरूरी है। 
  • नोटिस में कहा गया है कि भ्रामक विज्ञापनों की रोकथाम के लिए सेंट्रल कंज्यूमर प्रोटेक्शन अथॉरिटी के दिशा-निर्देशों का पालन करने में भी बॉर्नविटा फेल रही है। बॉर्नविटा के विज्ञापन ‘चिल्ड्रेन टारगेटिंग एडवर्टिजमेंट्स’ संबंधी गाइडलाइंस का भी उल्लंघन करते हैं। 

इन्फ्लुएंसर ने ने भी बताया था नुकसानदायक

सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर रेवंत हिमतसिंग्का ने वीडियो जारी किया था। उनका इंस्टाग्राम हैंडल ‘फूडफार्मर’ के नाम से है। इसी पर उन्होंने बॉर्नविटा का रिव्यू किया और इसे हेल्थ के लिए नुकसानदायक बताया था। इस पर बॉर्नविटा बनाने वाली कंपनी कैडबरी ने रेवंत को लीगल नोटिस भेजा था।इसके बाद रेवंत ने कंपनी से माफी मांगी थी।