फलोदी का अनुमान, मध्यप्रदेश में 2018 के विधानसभा चुनाव जैसी बनेगी स्थिति

फलोदी का अनुमान, मध्यप्रदेश में 2018 के विधानसभा चुनाव जैसी बनेगी स्थिति

इंदौर। मध्यप्रदेश विधानसभा चुनावों के नतीजे वैसे तो 3 दिसंबर को घोषित किए जाएंगे, लेकिन इसके पूर्व अलग-अलग राजनीतिक पंडित और सर्वे एजेंसियां अपना- अपना गणित और अनुमान लगा रहे हैं, लेकिन इन सब आकलन से अलग सट्टा बाजार में भी चुनावों को लेकर अलग ही अनुमान है। पिछले 500 सालों से चले आ रहे राजस्थान के फलोदी सट्टा बाजार के भाव की भी देशभर में चर्चा गर्म है। मध्यप्रदेश विधानसभा चुनावों को लेकर फलोदी सट्टा बाजार ने अपना अनुमान लगाया है। फलोदी सट्टा बाजार क्रिकेट, चुनाव समेत कई चीजों पर सट्टा लगाता है। मध्यप्रदेश विधानसभा चुनावों को लेकर भी फलोदी सट्टा बाजार में चौंकाने वाले भाव सामने आए हैं। फलोदी सट्टा बाजार के अनुसार प्रदेश में एक बार फिर 2018 विधानसभा चुनावों जैसी स्थिति निर्मित हो सकती है।

पिछले विधानसभा चुनावों में भाजपा को 109 सीटें, कांग्रेस को 114 सीटें तो वहीं 7 सीटें अन्य के खाते में गई थीं और कांग्रेस ने प्रदेश में जोड़-तोड़ की सरकार बना ली थी, लेकिन इस बार भी ठीक वैसी ही परिस्थितियां सामने आ सकती हैं। फलोदी सट्टा बाजार के अनुसार इस बार भाजपा को 115-117 सीटें तो वहीं कांग्रेस को 114-116 सीटें मिलने का अनुमान लगाया जा रहा है। इन आंकड़ों से ये साफ होता है कि प्रदेश में इस बार जोरदार कांटे की टक्कर देखने को मिलेगी। यह अनुमान सच साबित होगा या नहीं यह तो 3 दिसंबर को ही पता चलेगा लेकिन अगर ये अनुमान सच होता है तो कांग्रेस को बड़ा झटका लग सकता है। पिछले हμते ही फलोदी सट्टा बाजार के अनुसार प्रदेश में कांग्रेस सरकार बनने का अनुमान लगाया जा रहा था। कांग्रेस को 114-116 सीटें तो वहीं भाजपा को 110-112 सीटें दे रहा था, लेकिन ताजा आंकड़ों के हिसाब से समीकरण बदल गए हैं और प्रदेश में भाजपा सरकार की वापसी की संभावनाएं ज्यादा हैं।

सीटें कम रहीं तो भी प्रदेश में भाजपा सरकार की संभावनाएं

ज्यादाफलोदी का सट्टा बाजार के अनुमान के अनुसार अगर सीटें कम भी रहीं तो भी प्रदेश में भगवा सरकार आने की संभावनाएं ज्यादा हैं। सट्टा बाजार के हिसाब से मध्यप्रदेश में भाजपा सरकार का भाव 1 रुपया तो वहीं कांग्रेस सरकार का भाव 1.25 रुपया है। सट्टा बाजार के हिसाब से जिस पर भाव कम होता है उसके जीतने की संभावनाएं ज्यादा होती हैं। इस हिसाब से फलोदी सट्टा बाजार के अनुमान भाजपा को बढ़त देते हुए नजर आ रहे हैं, क्योंकि भाजपा पर कम पैसे का भाव दिया जा रहा है, वहीं कांग्रेस पर थोड़े ज्यादा पैसे का भाव दिया जा रहा है।

इंदौर जिले की 9 सीटों में 5 पर भाजपा को बढ़त की संभावना

सट्टा बाजार प्रदेश के साथ-साथ विधानसभा वार भी उम्मीदवारों की हार जीत पर भाव लगाता है। प्रदेश की राजनीतिक राजधानी इंदौर को लेकर भी सट्टा बाजार ने अपना अनुमान लगाया है। सट्टा बाजार के अनुसार इस बार इंदौर की 9 सीटों में 5 सीटों पर भाजपा तो वहीं 4 सीटों पर कांग्रेस जीत दर्ज कर सकती है। प्रदेश की दो हॉट सीट इंदौर 1 और सांवेर में इस बार भगवा लहरा सकता है।

क्या है फलोदी का सट्टा बाजार?

फलोदी राजस्थान में नए बने 17 जिलों में से एक है। पहले ये जोधपुर जिले का हिस्सा था। यह जोधपुर शहर से करीब सवा सौ किलोमीटर दूर है और यहां नुक्कड़ से लेकर घरों तक सट्टा खेला जाता है। बड़े से लेकर बच्चे तक फलोदी सट्टा बाजार में एक्टिव हैं। फलौदी का सट्टा मार्केट लगातार सुर्खियों में बना हुआ है। इस सट्टा मार्केट में पार्टियों की जीत-हार को लेकर अनुमान लगाए जाते हैं और उन पर सट्टा लगता है। खुद नेताओं की दिलचस्पी फलौदी के सट्टा मार्केट में रहती है। कहा यह भी जाता है कि यहां का आंकलन बिलकुल सटीक होता है। इस कारण फलोदी का सट्टा बाजार देश और दुनिया में हमेशा से ही सुर्खियों में रहता है। दरअसल फलोदी में सट्टा खेला नहीं जाता, बल्कि यहां किसी भी मसले पर सटोरिये अनुमान के आधार पर उसका भविष्य बताते हैं और इनका अनुमान काफी हद तक सटीक बैठता है। इसी के आधार पर देशभर में लोग सट्टा खेलते हैं। फलोदी में एक से बढ़कर एक धुरंधर हैं, जो देश-प्रदेश और दुनिया की सियासत के अलावा यहां खेलों के परिणामों को लेकर भविष्य बताते हैं। खासकर भारत में चुनाव और क्रिकेट के दौरान यहां का सट्टा बाजार खासा सक्रिय रहता है। यही कारण है कि नेता फलोदी सट्टा बाजार से उठने वाले भावों पर पैनी नजरें रखते हैं।