अमेरिका में बच्चे पालना महंगा; 17 की उम्र तक एक बच्चे पर आ रहा 2.22 करोड़ रु. खर्च

अमेरिका में बच्चे पालना महंगा; 17 की उम्र तक एक बच्चे पर आ रहा 2.22 करोड़ रु. खर्च

वाशिंगटन। अमेरिका में बच्चे पालना बहुत महंगा होता जा रहा है। परिवार इसका दबाव महसूस कर रहे हैं। यहां 1.25 करोड़ बच्चे गरीबी में रहते हैं। यहां तक कि मध्यमवर्गीय परिवारों में भी बच्चों के रोजाना के खर्च पूरा करने के लिए संघर्ष बढ़ रहा है। अमेरिका के कृषि विभाग ने वर्ष 2015 के आंकड़ों के हवाले से बच्चों को पालने में होने वाले खर्च के संबंध में होने वाले अनुमानित व्यय की रिपोर्ट प्रकाशित की है। इस रिपोर्ट के अनुसार दो वयस्क और दो बच्चों वाले एक मध्यम आय वाले परिवार को बच्चे की उम्र 17 वर्ष होने तक उसे पालने में 1.82 करोड़ रुपए खर्च करने पड़ते हैं। चूंकि यह रिपोर्ट सात वर्ष पुराने आंकड़ों पर आधारित है इसलिए यदि इसमें इस बीच बढ़ी महंगाई दर को जोड़ लिया जाए तो यह खर्च वर्ष 2022 में 2.22 करोड़ हो गया है। लेकिन सिर्फ महंगाई दर को जोड़ना ही काफी नहीं है इस दौरान बच्चों की देखभाल में खर्च होने लागत में जो बढ़ोतरी हुई है वह महंगाई दर से कहीं ज्यादा है। वर्ष 2020 में बच्चों की देखभाल पर होने वाले खर्च की दर 5.03 प्रतिशत प्रति वर्ष की दर से बढ़ी जबकि इस अवधि में सालाना महंगाई दर की वृद्धि 1.2 प्रतिशत ही रही। कॉलेज भेजने से ज्यादा महंगा पड़ता है बच्चों को डे केयर होम में भेजना इकोनॉमिक पॉलिसी इंस्टीट्यूट की सीनियर इकोनॉमिस्ट एलिस गूल्ड का कहना है कि देश के कई स्थानों में बच्चों को डे केयर होम में भेजने का खर्च कॉलेज भेजने के खर्च से भी ज्यादा है। सेंटर फॉर इकोनॉमिक एंड पॉलिसी रिसर्च की सीनियर फेलो शॉन फ्रेम्स्टैड का कहना है कि इस तरह की फैमिली पॉलिसी के बारे में अमेरिका की सोच बहुत संकुचित है।