फ्रांस में हिजाब बैन से मुस्लिम छात्राओं को मिले अच्छे ग्रेड

फ्रांस में हिजाब बैन से मुस्लिम छात्राओं को मिले अच्छे ग्रेड

 पेरिस। फ्रांस के स्कूलों में हिजाब पर बैन लगाने से मुस्लिम छात्राओं को पढ़ाई में बेहतर ग्रेड मिले साथ ही उनके अपनी इच्छा से विवाह करने की संभावना में भी वृद्धि हुई। देश में किए गए एक अध्ययन में यह खुलासा हुआ है। पेरिस स्कूल आॅफ इकोनॉमिक्स में काम करने वाले प्रोफेसर एरिक मॉरिन एवं उनकी टीम के द्वारा किया गया यह अध्ययन इसी माह फ्रांस की 75वीं सालाना राष्ट्रीय नीति की बैठक में प्रस्तुत किया गया। हाईस्कूल पास करने की दर 50 प्रतिशत बढ़ी : आंकड़ों से यह पता चला है कि हिजाब पर प्रतिबंध लागू होने से पहले मुस्लिम छात्राओं के हाईस्कूल पास करने की दर उन छात्राओं की तुलना में 12 प्रतिशत कम थी जो हिजाब नहीं पहनती थीं। जबकि प्रतिबंध लागू होने के बाद यह अंतर घटकर 6.5 प्रतिशत पर आ गया। वहीं इस दौरान मुस्लिम महिलाओं के अपनी इच्छा से विवाह करने के मामले भी सामने आए। बैन का हुआ था भारी विरोध फ्रांस में वर्ष 2004 में लागू कानून के तहत स्कूलों में हिजाब पहनने को पूरी तरह प्रतिबंधित कर दिया गया है। इसके पहले वर्ष 1994 में जारी एक सरकारी आदेश के तहत धार्मिक चिन्हों या विज्ञापनों के प्रदर्शन पर रोक लगा दिया गया था। इस प्रतिबंध को धार्मिक नेताओं के भारी विरोध का सामना करना पड़ा था। इन नेताओं का कहना था कि यह कानून मुसलमानों के साथ अत्याचार तथा रूढ़िवादी है।

प्रतिबंध का नकारात्मक असर भी पड़ा

अध्ययन के लेखक प्रोफेसर एरिक मॉरिन ने कहा हिजाब पहनने वाली छात्राओं के लिए हिजाब पर प्रतिबंध से नकारात्मक प्रभाव पड़ा। इस प्रतिबंध की वजह से उन्हें अपनी पढ़ाई छोड़नी पड़ी।