दुनिया की सबसे महंगी दवाई 29 करोड़ रुपए में मिलेगी

दुनिया की सबसे महंगी दवाई 29 करोड़ रुपए में मिलेगी

वाशिंगटन। विश्व की सबसे महंगी दवाई को आखिरकार अमेरिका में मंजूरी दे दी गई है और अमेरिकी ड्रग कंट्रोलर विभाग ने सीएसएल बेहरिंग की हीमोफिलिया बी जीन थेरेपी को मंजूरी दे दी है। जिस दवा को मंजूरी दी गई है, वो विश्व की सबसे महंगी दवा की लिस्ट में सबसे आगे आ गई है और ये दवाई सूई के जरिए शरीर में इंजेक्ट की जाती है और इस दवाई के इस्तेमाल से हीमोफीलिया के रोगियों को नियमित उपचार से मुक्ति मिलती है। अमेरिका की फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन विभाग ने हीमोफीलिया का इलाज करने वाली दवा हेमजेनिक्स को मंजूरी दे दी है, जिसकी कीमत 3.5 मिलियन अमेरिकी डॉलर (28.64 करोड़ रुपए) है।

इस दवा के बाद नहीं पड़ेगी दूसरी दवा की जरूरत

अमेरिका के बायोटेक्नोलॉजी डायरेक्टर और लोनकार इन्वेस्टमेंट्स के मुख्य कार्यकारी अधिकारी ब्रैड लोनकर ने इस दवा के साथ दावा किया है कि इस दवा के एक बार के इस्तेमाल के बाद फिर हीमोफीलिया के लिए कोई भी दूसरी दवा इस्तेमाल करने की जरूरत नहीं पड़ेगी। सीएसएल बेहरिंग के हेमजेनिक्स दवा के इस्तेमाल के बाद यह रक्तस्त्राव की घटनाएं 54 प्रतिशत खत्म कर देता है, जो इसकी सबसे बड़ी विशेषता है।

दुनिया की 6 सबसे महंगी दवाएं

???? स्पिनराजा- रीढ़ की हड्डी की बीमारी स्पाइनल मस्कुलर एट्रोफी के लिए- 7.5 लाख डॉलर (पहले साल के इलाज का खर्च)

???? लुमीजाइम- पोम्पे डिजीज (लिवर और मसल्स को खराब करने वाली बीमारी)- एक साल का खर्च 5.25 लाख डॉलर तक

???? इलाफ्रेज - हंटर सिंड्रोम (चलने और सांस लेने में दिक्कत की बीमारी)- साल भर के इलाज का खर्च 6.57 लाख डॉलर

???? ब्रिन्यूरा - सीएलएन 2 (दिमाग को प्रभावित करने वाली बीमारी) - साल भर के इलाज का खर्च 7 लाख डॉलर तक

???? सोलिरिस- रेड ब्लड सेल्स की बमारीसा ल भर के इलाज का खर्च 7 लाख डॉलर तक हो सकता है

???? कार्बाग्लू- खून में अमोनिया का स्तर बढ़ने की बीमारी- एक साल के इलाज का खर्चा 7.9 लाख डॉलर तक पहुंच सकता है।