वैश्विक मंदी के संकेत मिलने लगे, दुनिया में घट रही डीजल की डिमांड

वैश्विक मंदी के संकेत मिलने लगे, दुनिया में घट रही डीजल की डिमांड

नई दिल्ली। साल 2023 के शुरू होने के पहले ही विश्लेषकों के बीच एक मुद्दा काफी चर्चा में बना हुआ है। यह है- इस साल दुनिया में मंदी। अब इसके संकेत मिलने शुरू हो गए हैं। ग्लोबल डीजल मार्केट में आर्थिक सुस्ती के संकेत दिख रहे हैं। पिछले हμतों में चीन में हाईवेज पर चलने वाले ट्रकों की संख्या में काफी गिरावट आई है। यूरोप में क्रूड μयूचर्स के लिए डीजल का प्रीमियम एक साल से अधिक के निचले स्तर पर आ गया है। एसएंडपी ग्लोबल आईएनसी ने बताया कि अमेरिका में साल 2023 में डिमांड 2 फीसदी की गिरावट के रास्ते पर चल रही है। अगर 2020 के महामारी काल को छोड़ दें, तो 2 फीसदी की गिरावट 2016 के बाद अमेरिका के डीजल उपभोग में सबसे बड़ी गिरावट होगी। 

कई दशकों की सबसे खराब आर्थिक स्थिति : अमेरिका में एसएंडपी के प्रमुख (μयूल्स एंड रिफाइनिंग) देबनिल चौधरी ने कहा कि 2008-09 के वित्तीय संकट और महामारी काल को छोड़ दें, तो हम इसे बीते कई वर्षों का सबसे खराब आर्थिक माहौल मान रहे हैं। भारी मशीनरी μयूल की मांग, जो कमर्शियल ट्रकों के बेड़े से लेकर कंस्ट्रक्शन इक्विपमेंट तक को पॉवर देती है, दुनिया की कई बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में कमजोर हो रही है। इसे कमजोर औद्योगिक गतिविधि और कम उपभोक्ता खर्च के शुरुआती संकेतों के रूप में देखा गया। 

अमेरिका में मंदी की 65% संभावना : अर्थशास्त्रियों का कहना है कि अगले साल अमेरिका में मंदी आने की 65 फीसदी संभावना है। वहीं, यूरोप में मंदी आने की 49 फीसदी संभावना है। चीन में यह जोखिम कम है। 

हाईवे पर चल रहे ट्रकों की संख्या में गिरावट : डीजल की डिमांड में अधिकांश कमी ट्रकों से जुड़ी हो सकती है। ये चीन में 60% डीजल कंज्यूम करते हैं और अमेरिका में 70% डीजल कंज्यूम करते हैं।

लोग कम कर रहे खर्च

अमेरिका में नेशनवाइड इकोनॉमिक्स के एक वरिष्ठ अर्थशास्त्री बेन आयर्स ने कहा कि डीजल डिमांड व्यापक विकास के लिए एक प्रमुख संकेतक के रूप में काम करती है। इसका घटना बता रहा है कि लोग कम खर्च कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि डीजल की डिमांड में अपेक्षित गिरावट ग्लोबल इकॉनोमी में मंदी के जोखिम को बढ़ा रही है।'