व्यापार मेला : बारिश नहीं बन पाई बाधा, प्राधिकरण का दावा - करोड़ों का कारोबार हुआ

व्यापार मेला : बारिश नहीं बन पाई बाधा, प्राधिकरण का दावा - करोड़ों का कारोबार हुआ

ग्वालियर। व्यापार मेले में हर रोज अच्छी खासी संख्या में सैलानी पहुंच रहे हैं, फरवरी माह के पहले रविवार को अवकाश के चलते अन्य दिनों की अपेक्षा मेले में अधिक भीड़ देखी गई। हल्की धूप के बीच सुबह जब कारोबार प्रारंभ हुआ तो देखते-देखते मेले में सैलानियों की संख्या बढ़ती गई और दोपहर तक मेले में अच्छा खासा उत्साह देखने को मिला। प्राधिकरण के अधिकारियों की मानें फरवरी महीने के पहले रविवार को करीब डेढ़ लाख सैलानी मेले में पहुंचे और इस दौरान करीब डेढ़ से दो करोड़ रुपए का कारोबार हुआ।

सुबह से मौसम का मिला- जुला मिजाज देखने को मिला, कभी धूप तो कभी बादल छाने की वजह से मौसम सुहावना रहा, जिसकी वजह से मेले में अच्छी खासी भीड़ देखने को मिली। मेला व्यापारियों एवं प्राधिकरण की मानें तो खरीदारी के सिलसिले को देखते हुए प्रतीत हो रहा है कि इस साल बिक्री का नया रिकार्ड बन सकता है, गत वर्ष की बात की जाए तो मेले में 1500 करोड़ रुपए का व्यापार हुआ था, इस साल इससे अधिक व्यापार होने का दावा किया जा रहा है।

जनसंपर्क विभाग की प्रदर्शनी बनी आकर्षण का केन्द्र

मेल के प्रदर्शनी सेक्टर में जिला प्रशासन की प्रदर्शनी सैलानियों के बीच आकर्षण का केन्द्र बनी हुई है। स्वामित्व योजना के तहत मध्यप्रदेश में 22 लाख से अधिक ग्रामीणों को सम्पत्ति का अधिकार, मातृ वंदना योजना के तहत 44 लाख से अधिक धात्री माताओं को 1600 करोड़ रुपए की सहायता, युवाओं के लिए स्टार्टअप व ईको सिस्टम, हिंदी में उच्च शिक्षा, प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत 88 हजार किलोमीटर से अधिक लंबी सड़कों का निर्माण, पीएम स्वनिधि से अपने कारोबार को ऊंचाइयां प्रदान कर रहे हितग्राही इत्यादि तस्वीरें देखते ही बन रही हैं।

ठेले, फड़ वालों की अब बनी कारोबारियों के आगे समस्या

व्यापार मेले को शुरू हुए एक महीने से अधिक का समय बीत चुका है, लेकिन प्राधिकरण अब तक अव्यवस्थाएं दूर नहीं कर पाया है, जिसकी वजह से व्यापारी खफा हैं। मेला व्यवसायी संघ के अध्यक्ष महेन्द्र भदकारिया की मानें तो मेले में ठेले और फड़ वाले अब भी मेले में खलल डाल रहे हैं। उनका कहना है कि स्टॉल लगाने वाले व्यापारियों पर चालानी कार्रवाई के साथ जुर्माना किया जा रहा है, लेकिन ठेले और फुटपाथियों पर नहीं। इन सब अव्यवस्थाओं को लेकर व्यापारी अभी हाल ही में व्यापारियों ने धरना दिया था, आश्वासन के बाद भी समस्या जस की तस है।