उत्तराखंड का नंदा और छोलिया नृत्य, हरियाणा का खोड़िया डांस रहा खास

उत्तराखंड का नंदा और छोलिया नृत्य, हरियाणा का खोड़िया डांस रहा खास

IamBhopal मानव संग्रहालय में चल रहे बालरंग उत्सव के अंतर्गत दूसरे दिन रविवार को राष्ट्रीय बालरंग महोत्सव में राष्ट्रीय लोक नृत्य प्रतियोगिता कार्यक्रम का उद्घाटन स्कूल शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार एवं भोपाल की महापौर मालती राय द्वारा किया गया। इस अवसर पर हरियाणा के सोनीपत से आए बच्चों ने खोड़िया डांस की प्रस्तुति दी, जिसके बोल थे बन्ना तेरे दादा की ऊंची दुकान...। यह नृत्य लड़की की शादी में बारात के दौरान किया जाता है। वहीं इस प्रस्तुति में थाली, शीशे, टोकनी का इस्तेमाल किया है। उत्तराखंड के नैनीताल से आए ग्रुप ने लोक नृत्य नंदा और छोलिया नृत्य की प्रस्तुति दी। नंदा नृत्य मां नंदा देवी की पूजा के दौरान किया जाता है। साथ ही छोलिया नृत्य को शुभ अवसर पर किया जाता है।

केसरिया बालम पधारो म्हारे देश...

राजस्थान के जोधपुर से आए 15 छात्रों ने केसरिया बालम पधारो म्हारे देश... पर नृत्य प्रस्तुति दी। इसके बाद लोक देवता बाबा राम सा पीर के भजन पर तेरा ताली नृत्य को प्रस्तुत किया। साथ ही कच्ची घोड़ी नृत्य विवाह के समय और लोक त्योहार में किया जाता है। इसके अलावा चरी नृत्य की प्रस्तुत किया इस नृत्य में सिर पर घड़ा रखकर आग लगाकर गिलास, परात पर नृत्य किया जाता है।

उप्र की कजरी लोक नृत्य की दी प्रस्तुति

पंजाब के चंडीगढ़ से आए 14 स्टूडेंट्स लुड्डी डांस की परफॉर्मेंस दी। यह नृत्य खुशी के अवसर पर किया जाता है। इस डांस में महिला- पुरुष दोनों साथ करते हैं। वहीं उप्र के लखनऊ से आए छात्रों के दल ने पूर्वी उप्र की कजरी लोक नृत्य की प्रस्तुति दी तो उपस्थित दर्शकों ने तालियों के साथ स्वागत किया। इस नृत्य में सावन को दिखाया, जिसके बोल कैसे खेले जयबू सावन में कजरिया... थे। लड़की कजरी जीत मनाने के लिए मायके आती है।