7 दिन में मांगें पूरी नहीं हुर्इं तो ननि में होगी कामबंद हड़ताल

7 दिन में मांगें पूरी नहीं हुर्इं तो ननि में होगी कामबंद हड़ताल

जबलपुर ।  नगर निगम के कर्मचारियों की समस्याओं को लेकर मंगलवार को लंच के बाद कामकाज ठप जैसा रहा। कर्मचारी संगठनों ने संयुक्त रूप से दोपहर में धरना दिया और प्रदर्शन किया। इसके उपरांत अपर आयुक्त द्वय रोहित सिंह कौशल व टीएस कुमरे को ज्ञापन सौंपा जिसमें स्पष्ट किया है कि यदि 7 दिनों में मांगें पूरी नहीं की जातीं तो नगर निगम में संपूर्ण कामकाज को ठप कर दिया जाएगा। नगर नगम के तकनीकी अधिकारी-कर्मचारी संघ के अध्यक्ष राम दुबे एवं ननि पालिका संघ के प्रांतीय संगठन सचिव कपिल दुबे ने बताया कि सातवें वेतन आयोग की घोषणा के बावजूद अभी तक ननि कर्मचारियों को केवल एक ही किश्त का एरियर दिया गया बाकी नहीं दिया जा रहा है। इसी तरह डीए का भुगतान बढ़ी दरों पर नहीं किया जा रहा है। कर्मचारियों की अन्य समस्याओं को लेकर लगातार अधिकारियों से चर्चा किए जाने के बाद भी राहत नहीं दी जा रही है,इससे मजबूर होकर हमें प्रदर्शन करना पड़ रहा है।

इन्होंने सौंपा ज्ञापन

प्रदर्शन व ज्ञापन देने में अजॉक्स इकाई के अध्यक्ष राकेश समुंद्रे,ऐबू डेविड, हिटलर अर्खेल, दिनेश कुमार सेन, बसंत पांडे, देव कुमार दुबे, विपिन गुप्ता आदि शामिल रहे।

ये हैं मांगे

ननि कर्मियों की वेतन वृद्धि नहीं लगाई है,जो कि उसका संवैधानिक अधिकार है। सातवें वेतनमान की एरियर राशि का भुगतान शीघ्र किया जाए। सेवानिवृत्त होने वाले समस्त कर्मचारियों के समस्त स्वायित्वों के भुगतान किए जाएं। दैनिक वेतनभोगियों के विनियमितिकरण करने की मांग 2017 में मानी गई थी,मगर अभी तक नहीं किया। आउट सोर्स कर्मियों से डबल शिफ्ट में काम करवा कर उन्हें दोगुना वेतन दिया जा रहा है,इसकी जगह अन्य आउट सोर्स कर्मियों को जिन्हें निकाला गया है रखा जाए। वित्तीय वर्ष 2019 की 3 प्रतिशत डीए राशि का भुगतान किया जाए। ननि के कर्मचारियों को चिकित्सा प्रतिपूर्ति के लिए बजट में स्वीकृत 2 क रोड़ की राशि के लिए अधिकारी को दिए जाने आदेश हों। ननि कर्मियों क गल्ला अग्रिम राशि नहीं मिली है इसका भुगतान किया जाए। कार्यालय का समय निर्धारित हो जो कि 10.30 से 5.30 हो। शासकीय योजना में कार्यरत सीईओ के 3 माह से वेतन भुगतान नहीं हुए हैं,इन्हें वेतन दिया जाए। ग्राम पंचायत सचिवों को भी ननि का कर्मचारी माना गया है उन्हें वेतन व अन्य लाभ दिए जाएं।