24 घंटों में मिले कोरोना के 62 मरीज, संक्रमितों की संख्या पहुंची1495, अब तक 32 की हुई मौत

24 घंटों  में मिले कोरोना के 62 मरीज, संक्रमितों  की संख्या पहुंची1495, अब तक 32 की हुई मौत

जबलपुर । कोरोना वायरस के संक्रमण से मुक्त होने पर सोमवार को 90 व्यक्तियों को डिस्चार्ज किया गया है। जबलपुर में एक दिन में कोरोना से स्वस्थ होने वाले मरीजों की यह अब तक की सबसे बड़ी संख्या है। खास बात यह है कि कोरोना से स्वस्थ होने पर आज डिस्चार्ज किये गये मरीजों में होम आइसोलेशन में रहे 24 व्यक्ति भी शामिल हैं। वहीं 2 कोरोना संक्रमित मरीजों की मौत भी हुई है। जबलपुर में होम आइसोलेशन रहकर इलाज करा रहे 213 कोरोना मरीजों में से अब तक 112 स्वस्थ हो चुके हैं। वहीं बीते चौबीस घण्टे के दौरान 62 व्यक्तियों की कोरोना टेस्ट की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। जबलपुर में आज डिस्चार्ज हुये 90 व्यक्तियों को मिलाकर कोरोना से स्वस्थ होने वाले मरीजों की संख्या अब 991 हो गई है। रविवार की शाम 6 बजे से आज सोमवार की शाम 6 बजे तक बीते चौबीस घण्टे के दौरान मिले 62 कोरोना पॉजिटिव व्यक्तियों को मिलाकर जबलपुर में कोरोना संक्रमितों की संख्या 1495 पहुंच गई है। सोमवार को हुई दो मरीजों की मृत्यु को मिलाकर कोरोना से अभी तक 32 व्यक्तियों की मृत्यु हो चुकी है। जबलपुर में कोरोना के एक्टिव केस अब 472 हो गए हैं।

दो मरने वालों में एक 70 वर्षीय वृद्ध दूसरी 58 वर्षीय महिला

जिन 2 मरीजों की मौत हुई है उसमें पहले मरीज कीर्ति नगर जबलपुर निवासी 70 वर्ष पुरुष है।जिनका सैंपल विक्टोरिया में 25 जुलाई को लिया गया था और रिपोर्ट 29 जुलाई को पॉजिटिव आई थी। 29 जुलाई को ही मेडिकल कॉलेज में इन्हें भर्ती कराया गया।मरीज पहले से ही इम्मयूनोकॉम्प्रोमाइस्ड थे, उन्हें आॅक्युलर म्येस्थेनिया ग्रेविस की बीमारी थी। इनकी जांचों में इंफ्लेमेटरी मार्कर बढ़े हुए पाए गए थे। आॅक्सीजन का लेवल नार्मल नहीं होने पर इन्हें वेंटिलट्री सपोर्ट पे रखा गया था। लगातार प्रसायों के बाद भी उनकी स्थिति खराब होती गई। सभी कोशिशों के बावजूद उन्हें बचाया नहीं जा सका। इसी तरह दूसरी मरीज रांझी चंपानगर निवासी 58 वर्षीय महिला रही वे 28 जुलाई से मेडिकल में भर्ती थीं। वे मधुमेह व बीपी की रोगी थीं।

कोरोना मरीजों का उपचार प्रारंभ नहीं करने वाले निजी अस्पतालों पर होगी कार्रवाई

कलेक्टर भरत यादव ने सीएमएचओ को उन निजी अस्पतालों को नोटिस जारी करने कहा है जो प्रशासन के निर्देशों के बावजूद कोरोना मरीजों को उपचार के लिए भर्ती नहीं कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि स्वास्थ विभाग की टीम ऐसे निजी अस्पतालों का निरीक्षण करे और वहां कोरोना मरीजों के उपचार हेतु की गई व्यवस्थाओं की जांच भी करें। बैठक में कुछ निजी अस्पताल संचालकों ने बताया था कि दो या तीन अस्पतालों को छोड़कर प्रशासन के निर्देशों के बावजूद अभी भी अधिकांश अस्पताल कोविड पेशेंट को अपने यहां भर्ती नहीं कर रहे हैं। ये रहे उपस्थित- बैठक में अपर कलेक्टर हर्ष दीक्षित, डॉ. जितेन्द्र जामदार, डॉ. राजेश धीरावाणी, सीएमएचओ डॉ. रत्नेश कुररिया, डॉ. धीरज दवन्डे, जेटीपीसी के सीईओ हेमंत सिंह भी मौजूद रहे।