टैक्स माफी पर अड़े आॅपरेटर्स, नहीं चलीं बसें

टैक्स माफी पर अड़े आॅपरेटर्स, नहीं चलीं बसें

जबलपुर । प्रदेश सरकार और बस आॅपरेटरों के बीच टैक्स जमा करने सहित अन्य मांगों को लेकर बात नहीं बन पा रही है। जिसके कारण प्रदेश सरकार के निर्देश के बावजूद भी गुरुवार को बसें नहीं चली हैं। सरकार व आॅपरेटरों के बीच चल रही तनातनी के कारण यात्री परेशान हो रहे हैं। निजी बस चलाने का दावा खोखला साबित हो रहा है। गौरतलब है कि गुरुवार को जिला प्रशासन के साथ बैठक में बस आॅपरेटरों ने साफ कहा है कि जब तक टैक्स माफ नहीं होगा तब बस के पहिए थमे रहेंगे। समझौता होने के बाद ही आगे बस चलाने के संबंध में सोचा जाएगा। दरअसल कोरोना के कारण बसों के पहिए थम गए थे। जबलपुर से 7 सौ बसों का संचालन होता है। जिसमें से 50 बसों का संचालन संभाग के बाहर भोपाल, इंदौर, रीवा सहित अन्य में होता है।

यूनियन ने हाईकोर्ट में दायर की याचिका, जवाब का इंतजार

टैक्स माफी को जब शासन ने गंभीरता से नहीं लिया तो यूनियन ने हाईकोर्ट की शरण ली। सुनवाई के दौरान कोर्ट ने शासन से जवाब मांगा। जवाब नहीं मिलने से कोर्ट ने तारीख बढ़ा दी है। 50 फीसदी क्षमता से ही चलेंगी बसें इधर, यदि बसों का संचालन शुरू भी हो गया तो कोरोना प्रोटोकॉल के चलते पहले के मुकाबले 50 फीसदी क्षमता से बसें चल सकेंगी।