30 सालों में योजनाएं नहीं हो पाई पूरी, इसलिए नहीं बना पाया जेडीए सड़कें

30 सालों में योजनाएं नहीं हो पाई  पूरी, इसलिए नहीं बना पाया जेडीए सड़कें

जबलपुर । शहर को विकास के नए आयाम देने वाला जेडीए 30साल में अपनी आधा दर्जन के करीब योजनाओं की 30 किमी सड़कें भी नहीं बना पाया है। इसके पीछे योजनाओं का पूरा न होना कारण बताया जा रहा है।इन सड़कों से शहर के बिगड़ैल ट्रैफिक में सुधार की उम्मीदें बांध ली गई थीं,मगर इस दिशा में जिम्मेदारों के ध्यान न देने से हालात जस के तस बने हुए हैं। शहर में बढ़ते यातायात के दबाव के चलते जेडीए ने अपनी योजना क्रमांक 62,64,65,69ए और71 ए की कार्ययोजना के तहत सड़कें बनाने की घोषणा की थीं। वर्ष 1990-91 से 2020 तक के 30 साल में यह प्रोजेक्ट पूरे नहीं हो पाए। हालाकि मास्टर प्लान 2021 के अंतर्गत मेजर व सर्विस रोड बनाकर शहरवासियों को सौंप देना थीं। इतना ही नहीं कोरोनाकाल में पेश किए गए बजट में भी इन सड़कों को बनाने में दिलचस्पी नहीं दिखाई,जबकि टीएण्डसीपी के अधिकारियों ने इन्हें पत्र लिखकर आगाह भी किया है।

बढ़ा यातायात का दबाव

अरबन इंफ्रस्ट्रक्चर विकसित करने के नाम पर जेडीए ने अंतरराज्यीय बस टर्मिनस व माढ़ोताल में ओवर ब्रिज विकसित करने से बड़ा कोई काम नहीं किया है। यहां तक कि शहर के यातायात को व्यवस्थित करने के लिएआवश्यक सड़कों का निर्माण भी नहीं किया है। इसके कारण शहर की मौजूदा सड़कों पर यातायात का दबाव बढ़ता जा रहा है।

इन योजनाओं के तहत बननी थीं सड़कें

जेडीए को एआरपी और एसआर सड़कें योजना क्रमांक 62, 64, 65, 69 ए और 71ए के अंतर्गत बनाना थीं,लेकिन जेडीए के अधिकारियों ने विगत 30 सालों में इन योजनाओं में से किसी एक योजना में सड़क बनाने का काम शुरू नहीं किया। आगे भी इस तरह की कोई योजना उसके पास नहीं है। ऐसा इसलिए क्योंकि उपरोक्त योजनाएं ही खटाई में चली गई हैं। वहीं शासन भी इन योजनाओं को शुरू करने में दिलचस्पी नहीं दिखा रहा है।

बजट में भी नहीं रखा प्रावधान

जेडीए ने अपना वित्तीय बजट लॉकडाउन के समय में पेश किया है। जेडीए ने114 करोड़ करोड़ से अधिक आय वाला बजट पेश किया है और 112 करोड़ की राशि व्यय करने का फैसला लिया है,लेकिन बजट में इस बार इंफ्रस्ट्रक्चर विकास संबंधी कोई बड़ा प्रोजेक्ट शामिल नहीं किया है।

ऐसे खर्च होगी राशि

भू अर्जन योजनाएं जो पहले से प्रचलित एवं निकट भविष्य में प्रारंभ हो सकने वाली योजनाओं में 650 लाख खर्च किया जाएगा। अधोसंरचना विकास कार्य औरच ल हरे अधोसंरचना विकास कार्यों पर 1हजार 257लाख रुपए खर्च किए जाएंगे। निर्माण कार्य व चल रहे भवन निर्माण पर 32 हजार 590 लाख रुपए खर्च किए जाएंगे। नवीन प्रस्तावित विकास,निर्माण कार्यों पर लगभग 2हजार 5 लाख रुपए खर्च किए जाएंगे। योजना क्र.11/41 के पूर्ण विकास,योजना क्र 14/ 16/ 31, 2ब,64/65 के साथ शेष योजनाओं पर1 हजार 257 लाख रुपए खर्च किए जाएंगे। योजना क्र 2ब में आवासीय ईडब्ल्यूएस, रिक्रिएशन सेंटर आदि कार्य में3 हजार 259 लाख रुपए खर्च होंगे। कामर्शियल सेंटर, कचनार सिटी में ईडब्ल्यूएस आवास में 2हजार 5 लाख रुपए खर्च होंगे।