तीन राज्यों में 205 सीटों पर लड़े आप प्रत्याशी, सबकी जमानत जब्त

विधानसभा चुनावों में आप का कमजोर प्रदर्शन, मप्र में 66,राजस्थान 85 और छग में 54 प्रत्याशी उतारे थे

तीन राज्यों में 205 सीटों पर लड़े आप प्रत्याशी, सबकी जमानत जब्त

जबलपुर। आम आदमी पार्टी ने तीन राज्यों में दमखम से चुनाव लड़ने की घोषणा की थी। दावा तो यह था कि आप कांग्रेस व भाजपा के लिए चुनौती बनेगी। लेकिन आलम यह रहा कि तीनों राज्यों में चुनाव लड़ने वाले 205 प्रत्याशी अपनी जमानत तक नहीं बचा पाए। आप ने मध्यप्रदेश में 66, राजस्थान में 85 और छत्तीसगढ़ में 54 प्रत्याशी खड़े किए थे। पार्टी के वरिष्ठ पदाधिकारियों ने दावे किए थे कि इनमें से ज्यादातर सीटें पार्टी जीतेगी। चुनाव प्रचार के लिए पार्टी संयोजक अरविंद केजरीवाल और पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने सभाएं की पर वे असर न छोड़ सके। दिल्ली और पंजाब में सरकार बना लेने वाली आम आदमी पार्टी इन तीनों राज्यों में अपना खाता खोलना तो दूर प्रत्याशियों की जमानत तक नहीं बचा पाई।

सभा में जितने दर्शक उतने मत तक नहीं मिले

प्रदेश में भोपाल सहित अन्य कुछ जिलों में अरविंद केजरीवाल व पंजाब सीएम मान की सभाओं में खासी भीड़ देखी गई मगर भीड़ की जितनी संख्या रही उतने वोट तक नहीं मिल पाने से साफ हो गया कि आप का जादू कम से कम मप्र या अन्य दोनों राज्यों में नहीं चल पाया।

जबलपुर निगम में ‘आप’ का एक भी पार्षद नहीं

नगर निगम चुनावों में सिंगरौली से महापौर ’आप’ से रानी अग्रवाल चुनी गई थी जिसके बाद पार्टी के हौसले बुलंद थे। हालांकि जबलपुर नगर निगम में एक भी पार्षद नही ंचुना गया। पार्टी ने विस चुनाव के लिए महाकौशल, विंध्य में खासी तैयारी की थी।

विधानसभा चुनाव के नतीजों में पार्टी को सफलता नहीं मिली, हम इस पर चिंतन-मनन कर रहे हैं। आम आदमी पार्टी प्रदेश में संगठन मजबूत करने के लिए फिर से तैयारी करेगी । हम अपने राष्ट्रीय नेतृत्व के मार्गदर्शन में आगामी चुनावों में बेहतर परिणाम देने की कोशिश करेंगे। -रानी अग्रवाल, प्रदेश अध्यक्ष , आम आदमी पार्टी