काम के तनाव 13% कम कर देती है एरोमाथैरेपी

काम के तनाव 13% कम कर देती है एरोमाथैरेपी

तेहरान। रिसर्चर्स का कहना है कि एरोमाथैरेपी काम के तनाव से निपटने का सबसे अच्छा तरीका हो सकती है। एक अध्ययन में यह पाया गया है कि ऐसी नर्सें जिन्होंने एक माह तक अपनी शर्ट में गुलाब के तेल की शीशी लटका कर रखी थी (जिससे वे जहां भी जाती थीं, वहां हर समय फूल की इस खुशबू के संपर्क में रहती थीं) उनमें तनाव का स्तर 13 प्रतिशत तक गिर गया। ईरान के विशेषज्ञों का दावा है कि इस तरह से काम के दौरान होने वाले तनाव को प्रभावी तरीके से कम किया जा सकता है।

मानसिक सेहत में सुधार

सदियों पुरानी यह थेरेपी प्राचीन इजिप्ट, चीन एवं भारत में उपयोग में लाई जाती थी। इसके तहत सुगंधीय तेलों को सूंघा या उससे मालिश की जाती है, परिणामस्वरूप मानसिक सेहत सुधरती है या दर्द से निजात मिलती है। लेकिन, कुछ अध्ययनों में एरोमाथैरेपी को खारिज करते हुए चेतावनी दी गई है, कि इससे कोई लाभ नहीं मिलता।

तनाव से शरीर में कई समस्याएं

तनाव शरीर की वह प्रतिक्रिया है जो किसी संकट या दबाव के कारण होती है तथा यह समय के साथ बढ़ भी सकती है। लेकिन अधिक समय तक काम करने के परिणामस्वरूप भी मानसिक थकान या एंजाइटी हो सकती है। इसके कारण पीड़ित को हाई ब्लड प्रेशर, नींद में कठिनाई तथा भूख नहीं लगना जैसी समस्याएं हो सकती हैं।

योग, एक्यूपंचर जैसे यह पद्धति हो सकती है विकल्प

पूर्व के अध्ययनों से पता चलता है कि नर्सों को काम के दौरान इतने अधिक तनाव का सामना करना पड़ सकता है जो उनके कार्य के प्रदर्शन तथा व्यक्तिगत जीवन को इस कदर प्रभावित कर सकता है, जिससे की वे नौकरी छोड़ने पर मजबूर हो जाएं। तनाव दूर करने के लिए वैकल्पिक चिकित्सा जैसे योग, एक्यूपंचर एवं मेडिटेशन की सलाह दी जाती है। लेकिन सेमनान यूनिवर्सिटी आफ मेडिकल साइंस की टीम का दावा है कि एरोमाथेरेपी भी इसका एक अन्य विकल्प हो सकता है।