25 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों की याददाश्त को नुकसान पहुंचाता है लॉन्ग कोविड

25 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों की याददाश्त को नुकसान पहुंचाता है लॉन्ग कोविड

यॉर्क (यूके)। इंग्लैंड की हल यूनिवर्सिटी के अध्ययन में यह पाया गया है कि लॉन्ग कोविड केवल 25 वर्ष और उससे अधिक आयु के वयस्कों में याददाश्त की क्षमता को नकारात्मक रूप से प्रभावित करता है। अध्ययन के नतीजे यह बताते हैं कि कोविड संक्रमण के बाद याददाश्त की क्षमता ठीक हो सकती है, लेकिन जिन लोगों को कोविड के लक्षण अधिक समय तक रहते हैं उनमें वर्किंग मेमोरी की समस्या लंबे समय तक जारी रह सकती है। वर्किंग मेमोरी, शॉर्ट-टर्म मेमोरी का एक रूप है, जो हमें समस्याओं को हल करने, पढ़ने या बातचीत करने जैसे कार्यों को करते समय जानकारी को स्टोर करने और पुन: प्राप्त करने में मदद करता है। दिसंबर 2020 और जुलाई 2021 के बीच किए गए इस अध्ययन में 5,400 से अधिक लोगों ने भाग लिया। इन प्रतिभागियों की उम्र 18-24 वर्ष से लेकर 85 वर्ष तक थी। इनमें से तकरीबन 31.4 प्रतिशत प्रतिभागियों को कोविड हुआ था, जबकि 68.6 प्रतिशत को नहीं हुआ था। अध्ययन में यह पाया गया कि सबसे कम उम्र के समूह, 18 से 24 वर्ष के लोगों को छोड़कर हर आयु वर्ग में गैरकोविड समूह की तुलना में कोविड समूह के लिए मेमोरी स्कोर काफी कम था। जिन लोगों को कोविड हो चुका था उन्हें यह बीमारी हुए कितना समय हुआ था, इसका भी मेमोरी स्कोर पर असर हुआ।

लॉन्ग कोविड होती है ब्रेन फॉग की समस्या

कोविड श्वसन प्रणाली को प्रभावित करता है और वायरस कॉग्निटिव फंक्शन को भी प्रभावित कर सकता है। कोविड संक्रमण का शिकार बन चुके कई लोग आमतौर पर ब्रेन फॉग का अनुभव करते हैं, जिसमें याद रखने, ध्यान केंद्रित करने और दैनिक कार्यों को करने में समस्याएं आती हैं।

मेमोरी क्विज के आधार पर किया गया अध्ययन

यह अध्ययन एक ऑनलाइन सर्वेक्षण और मेमोरी क्विज के आधार पर किया गया। प्रतिभागियों की कोविड की स्थिति और यदि उन्हें बीमारी के किसी भी तरह के लक्षण हो तो उनके बारे में पूछे गए प्रश्नों का जवाब देने को कहा गया। उन्हें चीजों को याद रखने या कार्यों पर ध्यान केंद्रित करने करने को कहा गया।