बैंक एटीएम का विड्रॉल ग्राफ 90 प्रतिशत तक नीचे लुढ़का

बैंक एटीएम का विड्रॉल ग्राफ 90 प्रतिशत तक नीचे लुढ़का

जबलपुर । लोगों को जरूरत पड़ने पर तुरंत नगद पैसा उपलब्ध कराने के लिए जिलेभर में स्थापित किए गए अधिकतम एटीएम इन दिनों खाली पड़े हुए हैं। कोरोना वायरस का कहर एटीएम मशीनों पर साफ दिखाई दे रहा है। संक्रमण के खतरे के चलते एटीएम मशीनों से विड्रॉल ग्राफ 90 प्रतिशत तक नीचे गिर गया है। नोटबंदी की तरह तालाबंदी के दौरान भी लोग आनलाइन ट्रांजैक्शन को महत्व दे रहे हैं। गौरतलब है कि मार्च माह में कोरोना के कारण लगे लॉकडाउन के कारण एटीएम में उपभोक्ता जाना ही बंद कर दिया था। जिले में सभी नेशनल बैंकों के 500 से ज्यादा एटीएम हैं। वहीं कियोस्क की संख्या भी लगभग 20 से ज्यादा है। जहां लोग नगद जमा भी कर सकते हैं। बावजूद इसके अधिकांश एटीएम में नगद निकासी करने वालों की संख्या कम दर्ज हुई है। मालवीय चौक या उसके आसपास के बाजार में स्थित एटीएम में रोजाना 2 से 5 हजार लोग निकासी करते थे। अब यह संख्या घटकर बमुश्किल 100 से 200 के बीच रह गई है। वह भी दर्जनों एटीएम में इतनी संख्या में लोग निकासी करने जा रहे हैं।

आनलाइन बना बड़ा सहारा

दवा के थोक व्यापारी और अनाज या राशन व्यापारी से लेकर सब्जी व्यापारी भी आनलाइन लेन-देन करने लगे हैं। वहीं दवा व्यापार में लोगों या फुटकर व्यापारियों का लेन-देन नगद में चल रहा है। थोक व्यापारी नकद में ही दवा देते हैं। जो लोग नकद नहीं दे सकते वो आनलाइन पेमेंट करते हैं। पेट्रोल पंप में भी एटीएम व कार्ड का उपयोग लोग ज्यादा करने लगे हैं।

अब बढ़ेंगे एटीएम में लोग

बैंक अधिकारियों के मुताबिक सरकारी कर्मचारियों सहित निजी व गैर सरकारी संस्थाओं का वेतन 1 से 10 तारीख के बीच जारी होता है। इस दौरान कुछ प्रतिशत एटीएम में हिट बढ़ने की उम्मीद है। हालांकि कितने प्रतिशत लोगों की संख्या एटीएम में बढ़ेगी यह बताना जरा मुश्किल है।