इंसानों से भी महंगा जानवरों का खून, 8 से 12 हजार यूनिट में बिक्री

इंसानों से भी महंगा जानवरों का खून, 8 से 12 हजार यूनिट में बिक्री

जबलपुर। इंसानों के ब्लड बैंक के बारे में तो आपने बहुत सुना होगा, लेकिन क्या कभी आपने जानवरों के ब्लड बैंक के बारे में सुना है। भले ही सुनने में आपको यह बात थोड़ी अजीब जरूर लग रही होगी, लेकिन यह बिल्कुल सच है। शासकीय पशु चिकित्सा एवं कॉलेज के डीन डॉ. राजेश शर्मा बताते हैं कि जानवरों के लिए जिला ही नहीं बल्कि प्रदेश में एक भी ब्लड बैंक नहीं हैं। ऐसे में उन पैट केयर टेकर के लिए उस वक्त मुसीबत बढ़ जाती है जब उनके पैट को ब्लड की जरूरत होती है। इस तरह के केस में एक जानवर से दूसरे को ब्लड दिया जाता है। हालांकि ब्लड डोनर को पैट केयर टेकर द्वारा स्वयं लाया जाता है। सूत्रों की माने तो ब्लड डोनेट करने वाले पेट्स केयर टेकर इसके लिए काफी मोटी रकम वसूलते हैं। ज्यादातर केस में एक ब्लड यूनिट 8 हजार से 12 हजार रुपए तक की पड़ती है।

भारत के सिर्फ तमिलनाडु में हैं पशु ब्लड बैंक

पशु चिकित्सा विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक भारत में सिर्फ तमिलनाडु में तनुवास पशु ब्लड बैंक स्थित है, जो पशु चिकित्सा एवं पशु विज्ञान विवि और चेन्नई के मद्रास पशु चिकित्सा कॉलेज शिक्षण अस्पताल के क्लीनिक विभाग के तहत संचालित होता है।

ज्यादातर कुत्ते, बिल्ली, गाय के खून की होती है जरुरत

जबलपुर पशु चिकित्सालय मेडिसिन विभागाध्यक्ष डॉ. देवेंद्र गुप्ता के मुताबिक ज्यादातर लोग घरों में कुत्ते की विभिन्न प्रजातियों के साथ ही गाय, व बिल्ली पालते है। अस्पताल में इन दिनों चार कुत्तों को खून की कमी का केस आया है। जिनके शरीर में महज 3 से 5 पाइंट तक ब्लड हैं। हालांकि ब्लड डोनर नहीं मिलने के कारण दवाईयों के माध्यम से इलाज जारी रहता है। इस तरह के मामले महीने में महज दो या तीन आते हैं। हां कई केस सेंसिटिव होते हैं, जिसमें ब्लड नहीं मिलने के कारण मौत हो जाती है। लेकिन इसका प्रतिशत काफी कम है।