प्रवासी भारतीयों के लिए नई पसंद बनकर उभरा कनाडा

प्रवासी भारतीयों के लिए नई पसंद बनकर उभरा कनाडा

न्यूयॉर्क। वैश्विक अर्थव्यवस्था में निरंतर बदलाव के बीच हर देश सर्वश्रेष्ठ प्रतिभाओं को अपनी ओर आकर्षित करने में जुटा हुआ है। काफी समय से अमेरिका स्टूडेंटस एवं तकनीकी क्षेत्र के विशेषज्ञों के लिए पसंदीदा देश रहा है, लेकिन अब प्रवासियों के लिए कनाडा नई पसंद के रूप में उभरा है। फलते-फूलते जॉब मार्केट, देश में प्रवेश की आसान राह एवं शिक्षा की अफोर्डेबल सुविधा के साथ उत्तरी अमेरिका का यह देश प्रवासियों के आकर्षण का केंद्र बन चुका है। वर्ष 2021 में जहां लगभग एक लाख भारतीय यहां के स्थायी निवासी बने, वहीं कनाडा ने दूसरे देशों के 4.05 लाख प्रवासियों को देश में प्रवेश देकर इतिहास रच दिया। स्टूडेंटस के लिए कनाडा की राह आसान है वे अपने पोस्ट ग्रेजुएशन वर्क परमिट (पीजीडब्ल्यूपी) प्रोग्राम के माध्यम से यहां आसानी से दाखिल हो सकते हैं। गत माह कनाडा के प्रवासी मामलों के मंत्री सिएन फ्रेशर ने एक नई अस्थाई नीति की घोषणा की है जिसके तहत ऐसे विद्यार्थी जिनका अस्थाई निवास का दर्जा खत्म हो रहा है उन्हें देश में कुछ और समय तक रहने का अवसर देने का प्रावधान है। महामारी से मुक्त हो रही दुनिया में ज्यादातर देश प्रवासियों को अपने यहां बस कर आर्थिक योगदान के मौके दे रहे हैं।

मध्य पूर्व का उदय : विदेशों में पढ़ने वाली श्रेणी में एक अप्रत्याशित ट्रेंड मध्य पूर्व के देशों को लेकर सामने आया है। ऐसे मामले विशेषकर सऊदी अरब एवं यूएई में देखने में आए हैं। दुबई में बड़ी संख्या में ब्रिटेन एवं अमेरिका के विश्वविद्यालय स्थित हैं जहां स्टूडेंटस को कई प्रकार की रियायतें दी जा रही हैं। महामारी से मुक्त हो रही दुनिया में कई देश अपने उद्योगों में प्रवासियों को रोजगार देने या उनके द्वारा उद्योग-धंधे स्थापित करने और उन्हें अपने यहां बसने का मौका दे रहे हैं।

ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड बढ़ा रहे रियायतें

इंग्लैंड ने वर्ष 2021 में पोस्ट-स्टडी ग्रेजुएट रूट योजना घोषित की है। इसके तहत पात्र ग्रेजुएट स्टूडेंट को पढ़ाई के बाद तीन वर्ष तक इंग्लैंड में रहने की अनुमति है। यहां इसी माह एक स्पेशल हाई पोटेंशियल इंडविजुअल वीजा लॉन्च किए जाने की उम्मीद है। ऑस्ट्रेलिया भी अब ग्रेजुएट स्टूडेंट्स को उदार वर्क वीजा की पेशकश कर रहा है। कुछ शहरों में पढ़ रहे यूजी स्टूडेंट को दो वर्ष तक काम करने की अनुमति होगी।