देश में सर्वाधिक, मप्र से प्रतिदिन गुमते हैं 32 बच्चे

देश में सर्वाधिक, मप्र से प्रतिदिन गुमते हैं 32 बच्चे

जबलपुर। पश्चिम मध्य रेल के जबलपुर मण्डल में आरपीएफ के तत्वावधान में सामाजिक संस्था आवाज के समन्वय से मानव दुव्यार्पार और बाल संरक्षण विषय पर कार्यशाला का आयोजन किया गया। मानव दुव्यार्पार और बाल संरक्षण विषय पर आवाज संस्था और आरपीएफ के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित एक दिवसीय कार्यशाला के शुभारम्भ अवसर पर आरपीएफ कमांडेंट अरुण त्रिपाठी ने कहा कि जब भी कोई छोटा बच्चा किसी रेलवे स्टेशन से गायब होता है तो वह केवल बच्चा गायब नहीं होता है बल्कि देश का एक भावी मासूम गायब होता है।

एक बच्चे के बेहतर व्यक्ति बनने की संभावनाएं गायब होती हैं। ऐसे में हमारी भूमिका बढ़ जाती है। बच्चों के संदर्भ में अतिरिक्त संवेदनशीलता बरतने की जरूरत है। हम हरेक बच्चे का प्रकरण दर्ज कराएं और बाल संरक्षण में अपनी भूमिका सुनिश्चित करें। उन्होंने यह भी कहा कि आप डर के कारण नहीं बल्कि जिम्मेदारी से कार्य करें। यह हमारा नैतिक और कानूनी दायित्व है।

इस शुभारम्भ अवसर पर श्री त्रिपाठी के साथ-साथ सहायक कमांडेंट बीपी कुशवाहा तथा संजीव राणा भी उपस्थित रहे। इस मौके पर प्रशिक्षक की भूमिका निभा रहे भोपाल से पधारे आवाज निदेशक प्रशांत दुबे ने बताया कि मध्यप्रदेश से प्रतिदिन 32 बच्चे गुमते हैं और जो कि देश में सर्वाधिक हैं। उन्होंने मानव दुव्यार्पार के विभिन्न प्रकरणों का जिक्र करते हुए आरपीएफ की भूमिका पर जोर दिया। उन्होंने किशोर न्याय अधिनियम, पौक्सो अधिनियम के प्रावधानों के बारे में भी विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने मानव दुव्यार्पार को लेकर माननीय उच्चतम न्यायालय के आदेशों और अन्य प्रावधानों का जिक्र भी किया। उन्होंने बताया कि रेलवे विभाग की मानक परिचालन प्रक्रिया (एसओपी) के अनुरूप भी किस विभाग की क्या भूमिका है।

आवाज संस्था कर रही काम

इसके पहले आवाज कटनी के जिला समन्वयक देवेन्द्र गुप्ता ने बताया कि आवाज संस्था मध्यप्रदेश के 6 जिलों में मानव दुव्यार्पार को लेकर स्त्रोत, पारगमन और गंतव्य स्थलों पर का काम कर रही है। उन्होंने बताया कि हमारे द्वारा कटनी और बीना जंक्शन पर रेल्वे के अनेक हितधारकों के साथ मिलकर काम किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि संस्था ने समयस मय पर कई गिरोहों का पदार्फाश कर बहुत से बच्चों को ट्रेफिकिंग रैकेट से मुक्त कराया है।

ये रहे उपस्थित

इस कार्यशाला में जबलपुर आरपीएफ रेंज में जबलपुर, कटनी, सतना, मैहर, पिपरिया और सागर पोस्ट से लगभग 25 उपनिरीक्षक और कांस्टेबल उपस्थित हुए। इस कार्यशाला का सफल संचालन आरपीएफ के एसपी सिंह ने किया। कार्यशाला का आभार प्रदर्शन आवाज के राज्य समन्वयक विजय बघेल ने किया। कार्यशाला में आवाज कटनी की टीम से मनोज बारस्कर एवम देवेंद्र गुप्ता भी उपस्थित रहे।