इस साल कैंपस सिलेक्शन के लिए कॉलेजों में नहीं जाएगी इंफोसिस

सीएफओ ने कहा- पिछले साल 50,000 इंजीनियरिंग फ्रेशर्स रिक्रूट किए थे

इस साल कैंपस सिलेक्शन के लिए कॉलेजों में नहीं जाएगी इंफोसिस

नई दिल्ली। भारतीय आईटी कंपनी इंफोसिस इस साल इंजीनियरिंग कॉलेजों में कैंपस सिलेक्शन के लिए नहीं जाएगी। इस बात की जानकारी कंपनी के चीफ फाइनेंशियल आॅफिसर (सीएफओ) नीलांजन रॉय ने दी है। रॉय इंफोसिस के दूसरे क्वार्टर के रिजल्ट पर बोल रहे थे। कंपनी ने पिछले साल 50 हजार फ्रेशर्स का रिक्रूटमेंट किया था। सीएफओ रॉय ने जानकारी देते हुए बताया कि हमने पिछले साल जरूरत से ज्यादा हायरिंग की थी। इसलिए हमारे पास अब भी बड़ी संख्या में फ्रेशर्स हैं, जिन्हें जेनरेटिव एआई की ट्रेनिंग दी जा रही है। इसलिए इस बार हम कैंपस सिलेक्शन के लिए नहीं जा रहे हैं। हालांकि, उन्होंने एक सवाल के जवाब में यह भी कहा कि कंपनी हर तीन महीने में एम्प्लॉइज के नंबर की मॉनिटरिंग करेगी और जरूरत के हिसाब से आगे फैसला लेगी।

वर्क फ्रॉम होम कल्चर समय के हिसाब से ठीक

कंपनी के सीईओ सलिल पारेख ने कहा कि काम के लिए हमारी अप्रोच μलेक्सिबल है। उन्होंने कहा कि वर्क फ्रॉम होम का कल्चर भी समय के हिसाब से सही है। इसलिए कंपनी स्पेशल प्रोजेक्ट या क्लाइंट से जुड़े कामों के लिए वर्क फ्रॉम होम कल्चर को जारी रखेगी। जरूरत पड़ने पर एम्प्लॉइज को आॅफिस में बुलाया जाएगा। 30 सितंबर तक कंपनी के आॅफिस में एम्प्लॉइज की संख्या 3.28 लाख थी।

इंफोसिस ने जारी किए दूसरी तिमाही के नतीजे

कंपनी ने 12 अक्टूबर को वित्तीय वर्ष 2024 की दूसरी तिमाही के नतीजे जारी किए थे। इसके साथ ही डिविडेंड का भी ऐलान किया। जुलाई-सितंबर तिमाही में इंफोसिस को 6,212 करोड़ रुपए का नेट प्रॉफिट हुआ है। यह सालाना आधार पर 3 प्रतिशत की ग्रोथ है। पिछले साल इसी तिमाही में यह 6,026 करोड़ रुपए था। वित्तीय वर्ष 24 की पहली तिमाही में कंपनी का नेट प्रॉफिट 5,945 करोड़ था।

ऋषि सुनक की पत्नी अक्षता मूर्ति को मिलेंगे 70 करोड़

इंफोसिस ने चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही के नतीजों के साथ एक शेयर पर 18 रुपए का डिविडेंड देने का फैसला किया है। कंपनी ने इस डिविडेंड के लिए 25 अक्टूबर की तारीख रिकॉर्ड डेट तय की है। कंपनी डिविडेंड का भुगतान 6 नवंबर को करेगी। कंपनी के डिविडेंड देने के फैसले के बाद ब्रिटेन के पीएम ऋषि सुनक की पत्नी अक्षता मूर्ति की नेटवर्थ में तेज इजाफा देखने को मिलेगा। इस डिविडेंड के चलते उन्हें करीब 70 करोड़ रुपए का फायदा होगा। हालांकि अक्षता मूर्ति को चालू वित्त वर्ष के दूसरे डिविडेंड का लाभ तब मिलेगा, जब तवो शेयरों को 25 अक्टूबर तक होल्ड रखेंगी। ज्ञात हो कि अक्षता मूर्ति इंफोसिस के संस्थापक नारायण मूर्ति की बेटी हैं। अक्षता इंफोसिस में प्रमोटर भी हैं। कंपनी में उनकी हिस्सेदारी 1.05 फीसदी है।