अनियमितता हावी, तौल के लिए परेशान हो रहे सिंघाड़ा उत्पादक

अनियमितता हावी, तौल के लिए परेशान हो रहे सिंघाड़ा उत्पादक

जबलपुर। कृषि क्षेत्र में सबसे गरीब किसान सिंघाड़ा उत्पादकों को माना जाता है। खास बात ये है कि देश की सबसे बड़ी सिंघाड़ा मंडी में भारी अनियमिततायें हो रहीं हैं। किसान के सिंघाड़े की गोटियां तौल में कम निकल रही हैं। वहीं मंडियों में सूखे सिंघाड़े बोरियों से चोरी जाने का मामला भी सामने आ रहा है। इस वजह से किसान अब सिंघाड़ा उत्पादन करने से तौबा करने का मन बना चुके हैं। ऐसी घटनाओं को लेकर किसान प्रतिनिधियों ने सीधे कलेक्टर से शिकायत की है।

उल्लेखनीय है कि सिंघाड़ा का सही दाम नहीं मिलने और मंडी में व्यवस्थाओं की कमी के साथ उपज चोरी जाने के डर से किसान सिहोरा मंडी में उपज लाने से कतराने लगे हैं। पिछले साल जहां सिंघाड़ा 13 हजार रुपए प्रति क्विंटल तक बिका, वहीं इस साल आठ से दस हजार में आकर ठहर गया। इमलाज के किसान रामलाल बर्मन ने मंडी से सिंघाड़े की गोटियां चोरी होने की लिखित शिकायत की। वह घर से सिंघाड़े की गोटियां तौल कर लाया था। तौल करते वक्त 101 किलो वजन निकला। वहीं व्यापारी से तौल कराते वक्त 20 किलो गोटी कम निकली। इस तरह 20 किलो गोटियां चोरी कर ली गई।

मनमर्जी से हो रही तौल

किसानों ने मंडी में हंगामा करते हुए अधिकारियों से शिकायत की। रीवा से सिंघाड़ा बेचने पहुंचे कृष्णानंद केवट ने बताया कि मंडी अधिकारी अपनी मनमर्जी के हिसाब से तौल करा रहे हैं। सिंघाड़ा तौल में व्यापारियों की दखलंदाजी अधिक रहती है। खुल में सिघाड़ा 6500 से 85 रुपए तक खरीदा गया।

पल्लेदारी में भी दक्षिणा

किसानों ने आरोप लगाया कि पल्लेदारों द्वारा 2 किलो अतिरिक्त सिंघाड़ा मुद्दत के नाम लिया जा रहा है। इसका कोई संतोषजनक जवाब भी नहीं देता। मंडी से सिंघाड़ा चोरी होने पर कोई कार्रवाई भी नहीं हो रही न ही किसान को चोरी का माल लौटाया जा रहा। इसी तरह मंडी परिसर में सीसी कैमरे लगे हैं लेकिन अधिकारी निर्धारित स्थल छोड़कर खुले में खरीदी करा रहे हैं।

सिंघाड़ा उत्पादक बारिश और ठंड में पानी में घुसकर मेहनत से फसल लगाता है। वहीं मंडी में इनके साथ हो रही धोखाधड़ी की शिकायत कलेक्टर से की है। - केके अग्रवाल,राष्ट्रीय अध्यक्ष भाकृस

सिहोरा मंडी देश की सबसे बड़ी मंडी है। कुछ वर्षों से यहां लगातार अनियमितताएं हो रही हैं। सिंघाड़ा उत्पादक लगातार सिंघाड़ा चोरी होने की शिकायत कर रहे हैं। - राम गोपाल पटेल, तहसील अध्यक्ष