ग्वालियर से ऋण पुस्तिकाएं न आने से पांच माह से किसान हो रहे परेशान

ग्वालियर से ऋण पुस्तिकाएं न आने से पांच माह से किसान हो रहे परेशान

जबलपुर । कोरोना के कारण जहां एक ओर आम जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। वहीं दूसरी ओर कुछ प्रशासनिक कार्यो में भी अड़चन आई है। जिसके कारण आम नागरिकों और किसानों को भी परेशानियों का सामना करना पड़ा हैं। इन दिनों जिले की कई तहसील ऐसी है जहां पर ऋण पुस्तिकाओं का अभाव हैं। दरअसल विगत पांच माह से तहसील कार्यालय सिहोरा एवं मझौली में हजारों कृषक नई ऋण पुस्तिका पाने के लिए भटक रहे हैं। किसान नई ऋण पुस्तिका पाने के लिए हल्का पटवारियों के चक्कर काट रहे हैं। लेकिन उन्हे नई पुस्तिकाएं नहीं दी जा ही हैं। पटवारियों कहते है कि कोरोना काल के चलते ग्वालियर से नई ऋण पुस्तिकाएं नहीं आने के कारण ऋण पुस्तिकाओं का अभाव है। गौरतलब है कि किसानों को नामांतरण, बटवारा, फौती प्रक्रिया पूरी होने के बाद नई ऋण पुस्तिकाएं बना कर दी जाती है। किसानों को शासन की योजनाओं का लाभ लेने समेत अन्य राजस्व मामलों में नई ऋण पुस्तिकाओं की जरूरत पड़ती है। परंतु पिछले पांच माह से तहसील कार्यालयों में ऋण पुस्तिकाओं की बेहद कमी बनी है। जिसके चलते किसानों को अनेक तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।

खाद-बीज नहीं ले पा रहे किसान

ऋण पुस्तिका ना बनने के कारण लोगों को खाद बीज एवं नए केसीसी बनवाने जैसे अनेक कार्यों में किसानों को मुसीबत झेलनी पड़ रही है। इस संबंध में तहसीलदार द्वारा ऋण पुस्तिका के संबंध में मांग पत्र जिला प्रशासन को अनेकों बार भेजा जा चुका हैं फिर भी अभाव बना है। सिहोरा तहसील एवं मझौली तहसील के हजारों किसान ऋण पुस्तिका पाने का इंतजार कर रहे हैं।