नेता और बाबाओं के खिलाफ अभय बने कुणाल खेमू ने खोला मोर्चा, धमाकेदार नहीं लगा तीसरा सीजन

नेता और बाबाओं के खिलाफ अभय बने कुणाल खेमू ने खोला मोर्चा, धमाकेदार नहीं लगा तीसरा सीजन

जी-5 पर पॉपुलर वेब सीरीज अभय-3 रिलीज हो चुकी है। दर्शकों को तीसरे सीजन से थोड़ी निशारा हाथ लगी है क्योंकि इसमें पिछले दो सीजन वाला जादू नहीं दिखा। निर्देशक केन घोष ने अभय नाम का जो किरदार अपने लेखकों के साथ मिलकर विकसित किया है, वह अब दिन में सपने देखने लगा है। अब ये कहानी आगे बढ़ती नहीं घिसटती दिखती है। सीरीज की कहानी: अभय यूपी पुलिस के एसपी अभय प्रताप सिंह (कुणाल खेमू), स्पेशल टास्क फोर्स का नेतृत्व करता है और वह जघन्य और हिंसक अपराधों से पर्दा उठाता है। अभय को यह सब अपनी निजी समस्या से लड़ते हुए करना होता है. एक तरफ वह अपराधों की गुत्थी सुलझाने में लगा होता है, वहीं दूसरी ओर वह अपने अतीत की बेड़ियों में उलझा होता है। वह एक बहुत ही शक्तिशाली नेता के खिलाफ सामूहिक हत्या का इल्जाम लगाने पर तुला होता है। वहीं, दूसरी तरफ वह खुद भी एक अपराध में संलिप्त होता है। अभय ने इस बार के सीजन में गोरखधंधों और हिंसा पर लगाम लगाई है। हालांकि, दर्शकों के लिए सबसे मजेदार चीज सीरीज में ये होगी कि क्या अभय उस हत्यारे को पकड़ पाता है या नहीं?

बात एक्टिंग की

जितना कुछ कुणाल इस कहानी को दे सकते थे, वह दे चुके हैं, अब अभिनय के नाम पर कुछ नया करने को उनके लिए इसमें बचा नहीं है। आशा नेगी और निधि सिंह भी खास कमाल नहीं कर पाए। विद्या मालवडे और एलनाज नौरोजी की झलकियां कहानी में रोचक मोड़ लाती तो हैं। विजय राज ने एक्टिंग के मामले में कुणाल को कड़ी टक्कर दी है।