मैया यशोदा का दुलार और अर्जुन को गीता का उपदेश देते हुए प्रसंगों के हुए दर्शन
जीपी बिड़ला संग्रहालय में श्रीकृष्ण और महाभारत विषय पर लगी प्रदर्शनी
श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के उपलक्ष्य में जीपी बिड़ला संग्रहालय में पांच सितंबर से शुरू हुई प्रदर्शनी में दर्शकों की काफी भीड़ लग रही है। बड़ी संख्या में शहरवासी इस प्रदर्शनी को देखने के लिए पहुंच रहे हैं। यहां मप्र के संग्रहालयों एवं मंदिरों में श्रीकृष्ण एवं महाभारत पर आधारित मूर्तियों एवं शैलचित्रों की 60 फोटोज एवं उन पर किए गए 60 स्केच को प्रदर्शित किया गया है। छायाचित्रों में मैया यशोदा का दुलार, धर्म स्थापना, अहंकार विनाश एवं जीव रक्षा के प्रसंगों को समाहित किया गया है। प्रदर्शनी में पुरातत्वविद बालकृष्ण लोखंडे आने वाले दर्शकों को चित्रों के महत्व से रूबरू करवा रहे हैं।
कोलकाता से गुप्त युगीन का छायाचित्र आया
जीपी बिड़ला संग्रहालय में कोलकाता के डॉ. मोनी दीया बोस द्वारा खींचा गया फोटो प्रदर्शनी में लगाया गया है। इस चित्र में वासुदेव और देवकी के हाथों में श्रीकृष्ण और गुप्त युगीन बाल रूप में दिखाई दे रहे हैं।
कंस वध के बाद अभिषेक और स्वागत का चित्र
श्रीकृष्ण-बलराम द्वारा कंस का वध करने के बाद अभिषेक व स्वागत करते हुए लगभग 7वीं-8वीं शती. की मूर्ति का छायाचित्र प्रदर्शनी में लगाया गया है। डॉ. मोहनलाल चढ़ार उपाचार्य के सौंजन्य से यह छायाचित्र प्रदर्शनी में लगाया गया है।
श्रीकृष्ण को दुलार करतीं मैया यशोदा
संग्रहालय में एक स्केच लगाया गया है, जिसमें श्रीकृष्ण से मैया यशोदा दुलार करती हुई नजर आ रही हैं। चित्र में मैया यशोदा श्रीकृष्ण को अपनी गोद में बिठा कर माखन खिला रही हैं। यह चित्रकारी संग्रहालय द्वारा करवाई गई है।
अर्जुन को गीता के उपदेश देते हुए श्रीकृष्ण
संग्रहालय में एक स्केच में महाभारत युद्ध के दौरान अर्जुन को गीता का श्रीकृष्ण उपदेश देते हुए नजर आ रहे हैं। भगवान ने अर्जुन को अपने चतुर्भुज रूप में दर्शन दिए, जिसे देखकर अर्जुन भगवान के सामने हाथ जोड़कर खड़े हुए हैं।