पीडिलाइट इंडस्ट्रीज के चेयरमैन को लाइफटाइम अचीवमेंट अवॉर्ड

पीडिलाइट इंडस्ट्रीज के चेयरमैन को लाइफटाइम अचीवमेंट अवॉर्ड

इंदौर। इंदौर मैनेजमेंट एसोसिएशन (आईएमए) का 30वां दो दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय प्रबंधन सम्मेलन शनिवार को ब्रिलियंट कन्वेंशन सेंटर में संपन्न हुआ। इसमें हरे कृष्णा एक्सपोर्ट के चेयरमैन पद्श्री सावजी ढोलकिया, आध्यात्मिक लीडर और लेखक महात्रिया रा, टेक महिंद्रा के सीईओ निखिल मल्होत्रा, बाटा इंडिया के एमडी गुंजन शाह और अन्य वक्ताओं ने संबोधित किया। ब्रिलियंट कन्वेंशन सेंटर में हुए इस सम्मेलन का दो हजार से ज्यादा उद्यमियों और युवाओं ने ऑनलाइन और ऑफलाइन माध्यम से लाभ लिया। इस दौरान पीडिलाइट इंडस्ट्रीज के चेयरमैन एमबी पारीख को लाइफटाइम अचीवमेंट अवॉर्ड से सम्मानित भी किया गया।

इंदौर मैनेजमेंट एसोसिएशन के प्रेसीडेंट अखिलेश राठी ने कहा कि दो दिनी सम्मेलन में ऐसा कोई क्षेत्र नहीं छूटा, जिसके बारे में बात न हुई हो। उन्होंने कहा कि इंदौर से देश के अन्य शहरों को सीखने की जरूरत है। स्वच्छता के मामले में इंदौर ने यहां के नागरिकों के सहयोग से एक अलग ही मुकाम बनाया है। मधुकर बी. पारीख ने कहा कि फेविकोल का नाम कई फिल्मों और गानों में उपयोग किया गया है। लोगों को लगता था कि कंपनी ने इसका प्रचार कराया है, जबकि ऐसा नहीं है। विज्ञापनों में भी क्रिएटिविटी के माध्यम से समझाने की कोशिश की गई, जिससे लोगों के दिलों में विज्ञापनों ने जगह बना ली।

कर्मचारियों की बदौलत ही कंपनी है

विषय- द कोहिनूर ऑफ इंडियन बिजनेस विस्डम: सावजी ढोलकिया ने कहा कि हमारी कंपनी में छह हजार कर्मचारी काम करते हैं। कर्मचारियों की बदौलत ही हमारी कंपनी को सफलता मिली है। हम समयस मय पर कर्मचारियों को प्रशिक्षण देते रहते हैं। इससे उनकी स्कील बेहतर होती है और इसका लाभ कंपनी को भी मिलता है। इन दिनों मैं सामाजिक कार्यों पर ज्यादा ध्यान दे रहा हूं। जितने लोगों को हम लाभ पहुंचा सकते हैं, उसके लिए हमेशा तैयार रहते हैं। -पद्श्री सावजी ढोलकिया

ऐसे में संवाद और समय बहुत जरूरी

विषय-रिइन्वेंट, इवोल्व एंड लीड इन बिजनेस एंड लाइफ: आध्यात्मिक लीडर और लेखक महात्रिया रा ने कहा कि मन की शांति के लिए ध्यान जरूरी है। इससे तनाव दूर किया जा सकता है। समय बदल रहा है। भावनात्क और सूचना क्रांति के बीच जीवन झूल रहा है। ऐसे में संवाद और समय जरूरी है। जिस तरह पुराने जमाने में माता पिता अपने बच्चों को समय दिया करते थे। आज ऐसा नहीं हो रहा है। पहले व्यक्ति जिस जगह काम करते थे, उन्हें अपना समझकर करते थे, लेकिन अब पैकेज सबसे ऊपर हो गया है। -महात्रिया रा

खेती के पुराने तरीके को बदलना होगा

विषय- इंडियाज क्वेस्ट फॉर ग्रोथ: ग्रो इंडिगो की एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर उषा बारवाले ने कहा पुराने तरीके से खेती करने का तरीका बदलना होगा। खेती करने के लिए घातक खाद के उपयोग से जहरीली गैस निर्मित होती है। ग्रीन हाउस गैस के लिए सिर्फ कार्बन डाई आक्साइड ही जिम्मेदारी नहीं है। फर्टिलाइजर से नाइट्रेडआक्साइड व मिथेन गैस भी बनती है। बिगड़ते पर्यावरण को बेहतर बनाने के लिए कार्बन क्रेडिट की बात होने लगी है। भारत सहित कई देश इस परकार्य कर रहे हैं। -उषा बारवाले

हवाई मार्ग से लेकर मेट्रो तक को मिल रही गति

विषय- ट्रेंड्स एंड अपॉर्चुनिटीज इन इंडिया: कोटक महिन्द्रा के एमडी नीलेश शाह ने कहा कि 1947 के दौरान देश में रेलवे का नेटवर्क बाकी एशियाई देशों की तुलना में सबसे अच्छा था, लेकिन कुछ सालों में ही एशिया के बाकी देश आगे निकल गए हैं। 65 सालों के अंदर देश में विकास हुआ था। उतना ही 2014- 2024 के बीच होने लगा है। रेलवे से लेकर हवाई मार्ग और मेट्रो को गति मिल रही है। दो से तीन साल में मेट्रो का नेटवर्क भी चार हजार किमी तक पहुंच जाएगा। -नीलेश शाह