हाल-चाल जानने मेडिकल पहुंचे महापौर

हाल-चाल जानने मेडिकल पहुंचे महापौर

जबलपुर। फूड पायजिंग की खबर मिलने के बाद विधायक विनय सक्सेना व महापौर जगत बहादुर अन्नू जिला अस्पताल व मेडिकल पहुंचे। यहां पर उन्होंने भर्ती हुए बच्चों के उपचार संबंधी जानकारी सीएमएचओ से ली। साथ ही कहा कि यदि किसी भी प्रकार कोई भी जरूरत है तो वे बताएं सभी व्यवस्थाएं तत्काल उपलब्ध कराई जाएगी।

बच्चों की जान से हो रहा खिलवाड़ : योगेन्द्र दुबे

मप्र तृतीय वर्ग शासकीय कर्मचारी संघ के संरक्षक योगेन्द्र दुबे ने इस मामले में कहा कि बच्चों की जान से खिलवाड़ चल रहा है। प्रशासन की लापरवाही का नतीजा आज बच्चों को भुगतना पड़ रहा है। घटना के करीब दो घंटे बाद तक अधीक्षक अस्पताल नहीं पहुंचे। एकलव्य आदर्श विद्यालय के छात्रावास में रहने वाली मंडला निवासी दीपा मसराम 14 साल और अंजनी सिंह उईके 16 साल ने बताया कि सर जैसे ही खाने में कटहल की सब्जी परोसी गई थी इसे खाने के बाद ही उन्हें उल्टी और चक्कर आने लगा और कुछ के पेट में दर्द शुरू हो गया। कुछ साथी बेहोश होने लगे। मैं भी बेहोश हो गई थी। कलेक्टर के निर्देश के बाद हॉस्टल पहुंची फूड इंस्पेक्टरों की टीम ने सब्जी के सैंपल लिए। साथ ही विक्टोरिया में पीड़ित बच्चों के उल्टी के सैंपल लेकर जांच के लिए भेजे गए।

विक्टोरिया पहुंची अपर कलेक्टर

खबर मिलने के बाद विक्टोरिया अस्पताल में उपचार और व्यवस्थाओं को देखने एडीएम मीशा सिंह भी पहुंची। यहां पर केजुअल्टी के बाद उन्होंने पीडियाट्रिक वार्ड में भर्ती बच्चों के उपचार के बारे में चिकित्सकों से जानकारी ली।

प्रशासन हुआ अलर्ट

रामपुर छापर स्थित एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय के बच्चों को आज रात के भोजन के बाद उल्टी एवं पेट दर्द होने प्राथमिक उपचार के लिये जिला अस्पताल, मेडिकल कॉलेज एवं निजी अस्पतालों में भर्ती कराया गया है । एसडीएम गोरखपुर पंकज मिश्रा ने बताया कि आवासीय विद्यालय के इन छात्र-छात्राओं को विद्यालय के स्टॉफ, स्थानीय जनों एवं पुलिस की मदद से उपचार के लिये अस्पताल भेजा गया । बालक एवं बालिका छात्रावास के इन बच्चों ने सयुंक्त मेस में भोजन किया था । उन्होंने उपचार के लिये भर्ती बच्चों की संख्या करीब 80 बताई है ।

श्री मिश्रा ने बताया कि खाद्य सुरक्षा प्रशासन के अधिकारियों द्वारा भोजन का नमूना जांच हेतु लिया गया है । एसडीएम गोरखपुर के मुताबिक उपचार के लिये भर्ती सभी बच्चों की स्थिति स्थिर है । किसी के भी गम्भीर रूप से पीड़ित होने की सूचना प्राप्त नहीं हुई है । मामले की जांच जारी है । पीड़ित बच्चों की देखभाल के लिये प्रशासन, पुलिस एवं चिकित्सा अधिकारी मौजूद हैं । उन्होंने बताया कि एकलव्य आवासीय विद्यालय में कुल अध्ययनरत बच्चों की संख्या 450 है । इस संबंध में हॉस्टल अधीक्षक मोहन पटेल से बात करने का प्रयास फोन पर किया गया, लेकिन उन्होंने फोन ही नहीं उठाया।