वन-वे ट्रैफिक ट्रॉयल... पहला दिन

वन-वे ट्रैफिक ट्रॉयल... पहला दिन

इंदौर। शहर के व्यस्त एमजी रोड और जवाहर मार्ग का कुछ हिस्सा सोमवार से वन-वे में तब्दील कर दिया गया है। इसका कलेक्टर , महापौर, पूर्व विधायक सुदर्शन गुप्ता आदि ने निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान ट्रैफिक व्यवस्था देखते हुए व्यापारियों व चालकों से अपील की कि वे निगम के इस प्रयास को सफल बनाने में सहयोग करें, वहीं व्यापारियों को आश्वस्त किया कि इस नवाचार का ट्रॉयल सात दिन तक चलेगा। ट्रॉयल के बाद व्यापारियों व आमजन से फीडबैक लेंगे। इसके बाद आगे की रणनीति पर काम करेंगे। संभवतया सीएम मोहन यादव के 17 को होने वाले रोड-शो के पश्चात वन-वे को लेकर स्थायी निर्णय लिया जाएगा। स्वच्छता में नंबर वन के पायदान पर पहुंचने के बाद निगम लंबे समय से ट्रैफिक में भी नंबर वन पोजिशन पर आने की तैयारी में जुट गया है।

फुटपाथ और सड़कों से अतिक्रमण हटाया

इसी क्रम में मध्यक्षेत्र के बाजारों से सड़कों पर व्याप्त अतिक्रमण को सख्ती से हटाया गया। लेफ्ट टर्न पर रखे दुकानों के बोर्ड हटवाए गए। फुटपाथों को ट्रैफिक के लिए मुक्त कराया। इसमें निगम को सफलता मिली है। वन-वे भी ट्रैफिक सुधार को लेकर निगम का अगला कदम है।

पहले दिन परेशान रहे वाहन चालक

एमजी रोड पर बड़ा गणपति से कृष्णपुरा छत्री और राजमोहल्ला से नंदलालपुरा तक वन-वे का पहला दिन था। वाहन चालक कार्रवाई के भय से गलियों की मदद लेने लगे, जिससे गलियों में हर 10 से 15 मिनट में वाहन फंसते रहे। गलियां संकरी होने से वाहन रेंगते हुए निकले।

ट्रैफिक पुलिस करा रही उल्लंघन-

ट्रैफिक पुलिस कागज पर ही नियमों का पालन कराने की बात करती है, लेकिन हकीकत इससे जुदा है। चिमनबाग चौराहा से नॉवेल्टी तक एकांगी मार्ग है। इस मार्ग पर दोनों ओर से वाहन आते-जाते हैं। स्थिति यह है कि ट्रैफिक की क्रेन के खड़े रहने के बाद भी कार्रवाई नहीं होती। राजवाड़ा पर भी ट्रैफिक जवानों के सामने वाहन चालक खजूरी बाजार की ओर बेखौफ जाते हैं।

क्या कहते हैं दुकानदार...

प्रशासन का यह प्रयास तभी सार्थक हो सकता है, जब चालकों को निकलने में आसानी रहे। चालक गलियों की मदद लेंगे, जिससे गलियों में कारोबार करने वालों को दिक्कत आएगी। पहले भी इस तरह का प्रयास किया था, जो विफल रहा था। - पंडित राज शास्त्री,

राजवाड़ा इस व्यवस्था से वाहन चालकों के साथ व्यापारियों को भी फायदा मिलेगा। कड़ाबीन से मल्हारगंज के आसपास सड़क का कुछ हिस्सा सुधर जाए तो आवाजाही सुगम हो जाएगी। - पंकज सिंह, कड़ाबीन