कोविड के दो साल बाद फिर से डेंगू का कहर, आंकड़ा 400 पार

कोविड के दो साल बाद फिर से डेंगू का कहर, आंकड़ा 400 पार

इंदौर। जिले में डेंग का डंक तेजी से बढ़ रहा है। कोविड के दो साल बाद फिर से इसके आंकड़ों में बढ़ोतरी हुई। यदि कोविड के पहले के आंकड़े देखें तो पिछले चार साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया है, वहीं डॉक्टर का कहना है कि ओपीडी में आने वाले मरीजों का बुखार सात दिन बाद भी नहीं उतर रहा है... खासकर मरीजों के प्लेटलेट्स कम होने के शिकायत देखने को मिल रही है। शहर में लगातार डेंगू के मरीज बढ़ते जा रहे हैं। रविवार को 9 नए मरीज पाए गए हैं। इसमें पांच पुरुष और 4 महिला हैं। डेंगू के मरीजों का आंकड़ा बढ़कर 400 पहुंच गया है। निजी लैब में हो रही जांच में भी मरीज डेंगू पॉजिटिव पाए जा रहे हैं। इसमें एक साल के बच्चे से लेकर बुजुर्ग और महिलाएं बीमार हो रही हैं। इनमें तेजी से प्लेटलेट्स घट रहे हैं।

जिले में कोरोना का संक्रमण शून्य पर बना हुआ है तो डेंगू के साथ में वायरल फीवर व मलेरिया के मरीज लगातार बढ़ते जा रहे हैं। इलाज के बाद भी मरीजों में संक्रमण का असर 8 से 10 दिन तक रह रहा है। ऐसे में हॉस्पिटल से मरीज को डिस्चार्ज होने में समय लग रहा है। ग्रामीण क्षेत्रों की मरीजों का लोड भी बढ़ता जा रहा है। जिला मलेरिया विभाग के अधिकारियों ने बताया- रविवार को आई रपोर्ट में 9 मरीजों में डेंगू पाया गया है। अभी तक मिले डेंगू मरीजों में पुरुष अधिक हैं। विभाग द्वारा दिए गए आंकड़े अनुसार 263 पुरुष, 137 महिलाएं तथा 37 बच्चे भी शामिल हैं। स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों की मानें तो बीते वर्ष-2022 में डेंगू के 6 मरीज मिले थे, जबकि इस साल यह आंकड़ा 400 के पार पहुंच गया है।

जांच के लिए लंबी लाइन : बुखार के मरीज मिलने पर चिकित्सकों द्वारा भी डेंगू की संभावनाओं के चलते जांच की सलाह दी जा रही है, जिसके चलते लेबोरेटरी सेंटर पर जांच करने वालों की कतार लगी हुई है। डेंगू बुखार में रक्त में प्लेटलेट्स की संख्या तेजी से कम होती है, जो जानलेवा साबित हो सकती है। दरअसल, बरसात के दौरान पानी जमा होने से पहले लार्वा के कारण शहर में डेंगू के मरीज भी बढ़ रहे हैं। हालांकि एंटी लार्वा टीम द्वारा लगातार जानकारी जुटाई जा रही है।

बढ़ने का खतरा ज्यादा...

वर्तमान में जो मरीज आ रहे हैं, उनको बुखार उतरने के काफी समय लग रहा है। मरीजों में डेंगू के लक्षण दिखाई दे रहे हैं। वर्तमान में जो मौसम बना हुआ है,वह डेंगू के लिए अनुकूल है, क्योंकि दिन में गर्मी और रात में ठंड पड़ रही है, जिससे इसके बढ़ने का खतरा ज्यादा रहता है। - डॉ. दौलत पटेल, जिला मलेरिया अधिकारी