जेईई मेन: 12 से 14 घंटे का सफर तय कर परीक्षा देने पहुंचे स्टूडेंट्स, सरकारी व्यवस्था से दिखे नाराज

जेईई मेन: 12 से 14 घंटे का सफर तय कर परीक्षा देने पहुंचे स्टूडेंट्स, सरकारी व्यवस्था से दिखे नाराज

भोपाल। कोरोना संकट के बीच नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) की ओर से इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा (जेईई मेन) का बुधवार को दूसरा दिन था। सुबह 9 बजे से पहली पाली की परीक्षा के लिए पैंरेंट्स बच्चों के साथ सुबह 5- 6 बजे ही परीक्षा केंद्र पर पहुंच गए। दूर-दराज के कई छात्र 12-14 घंटे का सफर कर यहां पहुंचे। स्टूडेंट्स और उनके पैरेट्स में सरकार की व्यवस्थाओं को लेकर नाराजगी दिखी। उनका कहना था कि परीक्षा के ऐन पहले सरकार ने आने- जाने के लिए नि:शुल्क वाहन उपलब्ध कराने की घोषणा की थी, पर अधिकतर को इसकी जानकारी ही नहीं लगी। लिहाजा उन्हें खुद के वाहन से या फिर प्राइवेट गाड़ी कर परीक्षा केंद्र पहुंचना पड़ा। इससे काफी परेशानी हुई। दूसरे दिन शहर के चार परीक्षा केंद्रों पर 500 परीक्षार्थी शामिल हुए। ज्यादा कठिन नहीं थे सवाल: एग्जाम देकर निकले स्टूडेंट्स ने कहा कि पेपर-1 बहुत ज्यादा टफ नहीं था, लेकिन बहुत आसान भी नहीं कह सकते। उन्होंने कहा कि प्रश्न उनकी उम्मीद के अनुसार ही पूछे गए।