WHO ने फिर बदला बयान, अब कहा 40% एसिम्प्टमैटिक मरीज फैलाते हैं कोरोना

WHO ने फिर बदला बयान, अब कहा 40% एसिम्प्टमैटिक मरीज फैलाते हैं कोरोना

वाशिंगटन । कोरोना से जुड़ी टेक्नीकल हेड मारिया वेन करखोव द्वारा एसिम्प्टमैटिक मरीजों से वायरस फैलने के बारे में दिए बयान से पलटने के बाद विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) एक बार फिर विवादों में घिर गया है। पहले मारिया ने यह कहा था कि एसिम्प्टमैटिक मरीजों से संक्रमण फैलने की घटनाएं बहुत कम हैं लेकिन अब कहा है कि 40% एसिम्प्टमैटिक मरीज भी वायरस का संक्रमण फैलाते हैं। मारिया ने कहा कि यह बयान गलतफहमी में दिया गया था। मारिया ने सोमवार को एक प्रेस कांफ्रेस के दौरान कहा था कि कोरोना फैलने का खतरा उन मरीजों से कम होता है जिनमें लक्षण नहीं दिखाई देते। अब इस बयान से पलटी मारते हुए मंगलवार को मारिया ने कहा कि मैंने बहुत कम शब्द का इस्तेमाल किया था। मुझे लगता है कि बिना लक्षण वाले मरीजों के ग्लोबल ट्रांसमिशन को बहुत कम बताना एक गलतफहमी थी। उन्होंने कहा कि मैंने एक स्टडी के एक हिस्से की बात की थी। मैं डब्ल्यूएचओ की पॉलिसी नहीं बता रही थी। उन्होंने कहा कि स्टडी से पता चलता है कि 16% आबादी बिना लक्षण वाली हो सकती है। साइंटिस्ट्स द्वारा तैयार किए गए मॉडल बताते हैं कि कोरोनावायरस के 40% ऐसे मरीज हैं, जिनमें संक्रमण का कोई लक्षण नहीं था।